भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में किसानों (farmers) के लिए बड़ी खबर है। दरअसल प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की बंपर पैदावार को देखते हुए और बाजार से कम समर्थन मूल्य को देखते हुए शिवराज सरकार (Shivraj government) ने बड़ा फैसला लिया है। मध्य प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी (moong purchase) जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि प्रदेश में अब तक 3 लाख 27 हज़ार से अधिक किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) कराया। वहीं पर देश में अब तक 1 लाख 45 हजार से ज्यादा किसानों (farmers) से 3 लाख 29 हजार टन में खरीदी की जा चुकी है।
कमल पटेल ने बताया कि 15 सितंबर तक खरीदी कार्य जारी है मेरा किसान भाईयों से आग्रह है कि किसान भाई 15 सितंबर तक ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द फसलों की समर्थन मूल्य पर उपज अवश्य तुलवा लें।
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कृषि मंत्री कमल पटेल (kamal patel) का कहना है कि मध्यप्रदेश में 2 लाख 47 हजार टन मूंग खरीदी की अनुमति दी गई थी। इससे अधिक खरीदी मध्यप्रदेश में की जा चुकी है जबकि अभी भी आधे से अधिक किसान बचे हुए हैं। वहीं 2 लाख 53 हज़ार से अधिक किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए SMS भेजे जा चुके हैं। इसके बाद सरकार ने मूंग खरीदी का निर्णय लिया है।
कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश में 306 केंद्र पर समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी की जा रही है। वहीं किसानों को बाजार में फसल योग्य भाव नहीं मिल रहे हैं। जिसकी वजह से किसान सरकार से ही खरीदने की मांग कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार 7196 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मूंग की खरीदी कर रही है।
पटेल ने बताया कि मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में ग्रीष्मकालीन वर्ष 2020-21 एवं विपणन वर्ष 2021-22 में भारत सरकार की प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पी.एम.आशा) अंतर्गत प्राइस सपोर्ट स्कीम (पी.एस.एस.) एवं मूल्य स्थिरीकरण कोष (पी.एस.एफ) में उपार्जन के लिये मंजूरी दी है। उन्होंने बताया कि अब तक समर्थन मूल्य पर 3 लाख 29 हजार मीट्रिक टन ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन किया जा चुका है।