भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में एक बार फिर पंचायत चुनावों (MP Panchayat Elections 2022) की हलचल तेज हो गई है।एक तरफ ओबीसी आरक्षण (OBC reservation) के उलझे गणित के बीच राज्य चुनाव आयोग के निर्देश के बाद वोटर लिस्ट पर काम शुरू कर दिया गया है, जो एक महीने यानि 25 अप्रैल तक चलेगा।वही दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टी भी एक्टिव मोड में आ गई है और अपने अपने जमीनी स्तर पर मजबूत करने में जुटी है। माना जा रहा है मई से पहले अप्रैल के आखरी सप्ताह में फाइनल वोटर लिस्ट जारी की जा सकती है और मई या फिर जून में चुनाव की तारीखों को लेकर फैसला लिया जा सकता है।
दरअसल, लंबे समय से पंचायत चुनाव का मामला टलता जा रहा है, कभी कोरोना तो कभी ओबीसी आरक्षण के मामले के चलते तारीख पर तारीख दी जा रही है, लेकिन अब आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग (state election commission) द्वारा सभी जिलों में परिसीमन का काम पूरा होने के बाद वोटर लिस्ट पर काम शुरू कर दिया है, जो 25 अप्रैल तक चलेगा।इसके बाद फाइनल फोटोयुक्त वोटर लिस्ट ग्राम पंचायतों में लगाई जाएगी, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि ज्यादा देरी ना करते हुए आयोज चुनाव पर बड़ा फैसला ले सकती है।
बीते दिनों राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा त्रि-स्तरीय पंचायतों के आगामी निर्वाचन के लिए 1 जनवरी 2022 की संदर्भ तिथि के आधार पर फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण-2022 का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 25 अप्रैल को किया जाएगा। फोटोयुक्त प्रारूप मतदाता सूची का ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 4 अप्रैल 2022 को किया जाएगा। दावा आपत्ति केन्द्रों पर दावे-आपत्ति 11 अप्रैल तक (अपरान्ह 3 बजे तक) लिये जायेंगे। दावे-आपत्तियों का निराकरण 16 अप्रैल तक किया जायेगा। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची का ग्राम पंचायत एवं अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 25 अप्रैल 2022 को होगा।
बता दे कि हाल ही भोपाल में परिसीमन का मामला उठा था।नेताओं का आरोप था कि सभी वार्ड में समान जनसंख्या होनी चाहिए।अंतिम प्रकाशन में वार्ड वोटर की संख्या को भिन्न रखा गया है। चुंकी परिसीमन के बाद यहां पर ग्राम पंचायतों की संख्या 187 से बढ़कर 222 हो गई है, जिन्हें जिला पंचायत के 10 वार्डों में बांटा गया है,जिसे लेकर आपत्तियां भी जताई जा चुकी है।वही पिछली कमलनाथ सरकार और वर्तमान शिवराज सरकार द्वारा भी कई बदलाव किए गए, जिसके चलते विवाद की स्थिति बनी रही, हालांकि अब मामला सुलझ गया है और आयोग ने भी तैयारियां पूरी कर है, ऐसे में संभावना है कि अब ज्यादा देरी ना करते हुए पंचायत चुनावों की तारीखों का ऐलान कर जल्द से जल्द चुनाव कराए जा सकते है।
निकाय चुनावों की भी तैयारी
इसके अलावा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता सूची के वार्षिक पुनरीक्षण-2022 के द्वितीय चरण के शेष कार्य एवं अंतिम चरण का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।इसके तहत फोटो प्रारूप मतदाता सूची का नगर पालिका वार्ड एवं अन्य विहित स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 4 अप्रैल 2022 को किया जायेगा। दावा आपत्ति केन्द्रों पर दावे-आपत्ति 11 अप्रैल तक (अपरान्ह 3 बजे तक) लिये जायेंगे। दावे-आपत्तियों का निराकरण 16 अप्रैल तक किया जायेगा। फोटोयुक्त अंतिम मतदाता सूची का नगर पालिका वार्ड तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सार्वजनिक प्रकाशन 25 अप्रैल 2022 को होगा। नवगठित नगरीय निकायों और ऐसे नगरीय निकाय जिनमें क्षेत्र विस्तार किया गया है, किन्तु वार्डों का विभाजन शेष है, वहाँ मतदाता सूची का कार्यक्रम अलग से जारी किया जायेगा।