भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में MP School शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों (Teacher) की व्यवसायिक उन्नयन के के लिए कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के जरिए नवीन शैक्षणिक जानकारी अकादमिक अनुभव और विचारों को अन्य शिक्षकों से साझा करने के लिए राज्य शिक्षा केंद्र ज्यादा बड़ी तैयारी की गई। जिसमें हमारे शिक्षक हमारे प्रेरणा स्रोत पुस्तिका तैयार हुई है।
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस ने कहा कि हमारे शिक्षक हमारे प्रेरणा स्रोत बुकलेट वर्तमान में 4 संस्करण तैयार किए गए हैं। जिनमें प्रदेश भर के 235 शिक्षकों के विचार और उनके अनुभव को साझा किया गया है।कार्यक्रम के जरिए शिक्षकों के ज्ञान कौशल और उनके स्वतंत्र रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा शिक्षा पोर्टल शुरू की गई थी। जिसमें 39 गुणवत्तापूर्ण डिजिटल प्रशिक्षण संचालित किए गए थे। राज्य शिक्षा केंद्र संचालक ने नवाचारी कदम में पूर्व के तीन संस्करण को इसमें शामिल किया है और वहीं पर शिक्षकों को शुभकामनाएं दी है। संचालक ने कहा कि सभी डिजिटल प्राप्त अनुभव को छात्रों के बीच आवश्यक सांझा करें ताकि उनके ज्ञान कौशल विकास हो सके।
दूसरी तरफ स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में नवगठित स्कूल प्रबंधन समिति संबोधन करें।गे जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के संयुक्त माध्यमिक शाला में 26 फरवरी को शाला प्रबंधन समिति प्रशिक्षण में बच्चों को बेहतरी की शपथ भी दिलवाई जाएगी। प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी भी इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगी।
मामले में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक का कहना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत शासकीय स्कूल में माध्यमिक और प्राथमिक शाला में 2 वर्ष की समय अवधि के लिए प्रबंधन समिति का गठन करने का प्रावधान है। इस साल प्रदेश के शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में 2 वर्ष के लिए समिति गठित की गई है। 18 सदस्य के समिति में छात्रों के अभिभावक शिक्षक और स्थानीय निकाय के पंच और पार्षद को शामिल किया गया है। इसमें 50 फीसद उपस्थिति महिलाओं को दी गई है। यह समिति स्थानीय तौर पर स्कूलों का निरीक्षण करेगी।
आई.वी.आर.एस. नंबर का लोकार्पण
स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य शिक्षा केन्द्र और यूनिसेफ के द्वारा एस.एम.सी. सदस्यों की सुविधा के लिए विभिन्न शैक्षिक जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए आई.वी.आर.एस. नंबर 8604-8604-85 का लोकार्पण भी करेंगे। विद्यार्थियों के शैक्षिक समर्थन की दिशा में, शाला प्रबंधन समिति की सारगर्भित जानकारी एवं समिति के कार्य दायित्व, माता पिता तथा अभिभावकों के कार्य दायित्व और बच्चों की शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी, सहजतापूर्वक प्रदान करने की दृष्टि से आई.वी.आर.एस. नंबर तैयार किया गया है। इस नंबर पर कॉल कर, रिकार्डेड वॉइस के द्वारा अनेक शैक्षिक जानकारियाँ प्राप्त की जा सकेंगी।
जिला स्त्रोत समूह सदस्यों के द्वारा प्रदेश की सभी माध्यमिक और प्राथमिक शालाओं के लगभग 89 हजार 680 प्रधान पाठकों को मैदानी प्रशिक्षक (मास्टर ट्रेनर) के रूप में गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। ये मैदानी प्रशिक्षक अपनी-अपनी शालाओं के शाला प्रबंधन समितियों के सदस्यों का उनके कार्य, दायित्व और अधिकारों के बारे में उन्मुखीकरण करेंगे। प्रदेश की सभी प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में यह प्रशिक्षण 26 एवं 28 फरवरी को आयोजित किया जा रहा हैं।