भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में उपचुनाव (by-election) से पहले प्रदेश में हजारों तबादले (transfer) हुए हैं। इसी बीच एक बार फिर से प्रदेश में तबादलों पर सियासत (Transfer Politics) शुरू हो गई है। दरअसल उपचुनाव वाले क्षेत्रों में IAS-IPS के तबादले पर कांग्रेस (Congress) ने BJP सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि उपचुनाव के समय जब क्षेत्र में चुस्ती की जरूरत है, बीजेपी तबादले कर रही है।
तबादलों पर तंज कसते हुए कांग्रेस के पूर्व सांसद (former MP) प्रताप भानु शर्मा ने कहा कि चुनाव आते ही तबादलों का दौर शुरू हो गया है। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए तबादले हो रहे हैं। जब चुस्ती की जरूरत है तो अधिकारियों को डिस्टर्ब किया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि जहां अच्छा काम हो रहा है, वहां के कलेक्टर और SP को भी बदल दिया गया है। उपचुनाव का क्षेत्र अलीराजपुर-निवाड़ी जिले में DM और SP को हटा दिया गया है। वहीं इन जिलों में यस मैन अधिकारी को बिठाया गया है।
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इतनी कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस चुनाव आयोग (election commission) से चुनाव से पहले हुए तबादले की शिकायत करेगी। सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि बिना गुण और दोष के आधार पर प्रदेश में तबादले किए जा रहे हैं। कांग्रेस के इस आरोप पर पलटवार करते हुए BJP ने कहा कि उपचुनाव का अता-पता नहीं और कांग्रेस बेवजह आरोप लगा रही है। कांग्रेस की आदत अधिकारियों को अपमानित करने की हो गई है। उसकी मानसिकता है कि अधिकारियों को अपमानित करते हैं। उनके पार्टी के विधायक पुलिस और तहसीलदार को 500 रूपये में बिकने वाला बताते हैं।
BJP के प्रवक्ता हितेश वाजपेई ने कहा कि कांग्रेस मूर्खों की जमात है। मध्य प्रदेश में IAS और IPS के तबादले प्रशासनिक दृष्टिकोण से किए गए हैं। कमलनाथ की सरकार नहीं है। जहां तबादला उद्योग चलाया जाता था। प्रदेश में कमलनाथ सरकार के दौरान सिर्फ तबादला उद्योग चलता था। इसका प्रमाण CBDT की रिपोर्ट में तय किया जा चुका है।