अलग-अलग जिलों के लिए अलग-अलग तारीखें तय की गई है। इसके लिए सभी पार्टियों ने तैयारी में जुट गई है। बीजेपी ने जहां अपने विधायक और पदाधिकारियों को मैदान में उतारा है। वहीं दूसरी तरह कांग्रेस ने भी पूर्व मंत्रियों और पदाधिकारी सहित नेताओं को अपने नगर परिषद बनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पंचायतों निकाय चुनाव को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों पार्टियां इस चुनाव में अपना वर्चस्व कायम करना चाहती है।
बीते दिनों पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस ने अपना पूरा जोर लगा दिया था। वहीं बीजेपी ने भारी सफलता हासिल की थी। अब नगर परिषद बनाने की जिम्मेदारी बीजेपी ने स्थानीय स्तर के नेताओं को सौंपी हैं। इतना ही नहीं बीजेपी में विधायकों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। बता दें कि मध्य प्रदेश में नगर पालिका और नगर परिषद के चुनाव पहली बार अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराए गए हैं। वहीं अब पार्षदों के माध्यम से ही अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
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वही टीकमगढ़ नगरपालिका परिषद के अलावा 12 नगर परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा।इसके लिए पीठासीन अधिकारियों के साथ ही निर्वाचन स्थान का चयन किया जा चुका है। जबकि मुरैना में नगर पालिका परिषद के चुनाव 5 और 6 अगस्त को होंगे। मुरैना में चुनावी सरगर्मियां एक बार फिर से तेज हो गई है। जिले में तीन नगर पालिका अंबाह, पोरसा और सबलगढ़ में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का निर्वाचन होना है।
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इसके साथ ही 4 नगर परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन किया जाएगा। इसके लिए 5 और 6 अगस्त 2 दिन निर्धारित किए गए हैं। 5 अगस्त को नगर पालिका पोरसा, नगर परिषद कैलारस, झुंडपुरा और संभल गढ़ में चुनाव कराए जाएंगे जबकि 6 अगस्त को नगर पालिका अंबाह के अलावा नगर परिषद बामोर और जोरा में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा।
वही नीमच जिले की बात करें तो नगरपालिका नीमच समेत जिले की छह निकाय में 6 अगस्त को चुनाव होंगे। इसके लिए निर्वाचन की तारीख की घोषणा कर दी गई है। दरअसल 2 चरणों में होने वाले अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव के लिए नगर पालिका के छह निकाय में 6 अगस्त को निर्वाचन होंगे जबकि से छह नगर परिषद में 7 अगस्त को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
बता दे कि 17 और 20 जुलाई को दो चरण में 12 निकाय में पार्षद पद के परिणाम की घोषणा की गई थी। वहीं अब एक बार फिर से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष निर्वाचन के लिए तारीखों की घोषणा कर दी गई है। इस बीच दावेदारों के बीच घमासान की उम्मीद तेज हो गई है। जारी कार्यक्रम के मुताबिक 6 अगस्त को नगर पालिका नीमच, नगर परिषद जावद, मनासा, कुकड़ेश्वर, अठाना और सरवानिया में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। जबकि 7 अगस्त को नगर पालिका रतनगढ़ , रामपुरा, जीरन और नया गांव में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए चुनाव होने हैं।
अप्रत्यक्ष तरीके से पार्षदों द्वारा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इसके लिए लॉबिंग शुरू कर दी गई है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी ने अपने अपने स्तर पर पर प्लानिंग और प्लॉटिंग का काम भी शुरू कर दिया है। एक तरफ जहां बीजेपी नेताओं द्वारा पार्षदों से मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी पूरी तैयारी में है। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों को क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही जिन पार्षदों का झुकाव दूसरे दल की तरफ है। उन्हें भी संभालने की तैयारी की गई है। प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित अन्य नेताओं को बड़ी भूमिका में रखा गया है।
इससे पहले प्रदेश (MP) के 143 जनपदों 51 जिला पंचायतों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन पूरा हो गया है। इसके साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बीजेपी ने जीत दर्ज की है। 40 सीटों पर बीजेपी की जीत हुई है। इसके अलावा 10 सीटों पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमाया है।