मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश में वर्षा का क्रम जारी है। आज शनिवार को 2 जिलों में अति भारी और 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिर सकता है। बाकी जिलों में बिजली गिरने चमकने और मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है।फिलहाल 26 अगस्त तक मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा।श्योपुर, शिवपुरी, गुना, मंदसौर और रतलाम में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
48 घंटे बाद एक्टिव होगा नया वेदर सिस्टम
वर्तमान में मानसून ट्रफ़, सूरतगढ़, रोहतक, फतेहगढ़, गया, दीघा से होकर पूर्व-
दक्षिण-पूर्व दिशा में उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र और संलग्न बांग्लादेश के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है
और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। पश्चिम राजस्थान और निकटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर, ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। 25 अगस्त के आसपास ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों एवं उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है।
आज शनिवार को इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- नीमच, श्योपुरकलां अति भारी वर्षा, झंझावत और वज्रपात कहीं-कहीं
- राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, गुना, शिवपुरी, मुरैना भारी वर्षा, झंझावत कहीं-कहीं और वज्रपात
- भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, इंदौर, देवास, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर,
छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्णा झंझावत और वज्रपात कहीं-कहीं
Madhya Pradesh: 1 जून से 22 अगस्त तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 23% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 24% और पश्चिमी मध्य प्रदेश 22% अधिक वर्षा हुई है। अब तक औसत 33.6 इंच बारिश हो चुकी है यानि 6.2 इंच पानी ज्यादा गिरा है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। अब तक 89 प्रतिशत पानी गिर चुका है।
- प्रदेश में जुलाई में 10 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन इंदौर व उज्जैन संभाग के जिलों की स्थिति ठीक नहीं है। पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 37% और पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में 25% बारिश अधिक हुई है।
- इस बार सबसे ज्यादा पानी गुना में गिरा है। यहां 45.8 इंच बारिश हो चुकी है। निवाड़ी में 45.1 इंच, मंडला-टीकमगढ़ में 44 इंच और अशोकनगर में 42 इंच के करीब बारिश हो चुकी है।
MP Weather Forecast Till 26 Aug






