MP Weather Forecast : अलग अलग स्थानों पर सक्रिय मौसम प्रणालियों के असर से अगले चार दिन तक आंधी, बिजली और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने 29 अक्टूबर को उत्तर और पूर्वी जिलों में तेज बारिश और 30 अक्टूबर को पूर्वी हिस्से में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अगले चौबीस घंटों के दौरान चंबल-ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं तेज और कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। नवंबर से फिर मौसम में बदलाव आने लगेगा। 6 नवंबर के बाद से प्रदेश में तापमान गिरने के साथ सर्दी बढ़ने की संभावना है।
30 अक्टूबर तक कहां कैसा रहेगा मौसम
- आज 28 अक्टूबर को चंबल-ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं तेज और कहीं हल्की बारिश ।
- 29 और 30 अक्टूबर को सिवनी, बालाघाट,भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और सिंगरौली में भारी बारिश ।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग ताजा पूर्वानुमान
- 28 अक्टूबर की सुबह तक एक गंभीर चक्रवातीय तूफान में परिवर्तित होने की संभावना है। उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए, इसके 28 अक्टूबर की शाम/रात के दौरान काकीनाडा के आसपास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच एक गंभीर चक्रवातीय तूफान के रूप में (अधिकतम निरंतर हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटा से लेकर 110 किमी प्रति घंटा) आंध्र प्रदेश तट को पार करने की बहुत संभावना है।
- पूर्व-मध्य अरब सागर पर बना अवदाब क्षेत्र (डिप्रेशन) पिछले 6 घंटों के दौरान 20 किमी प्रति घंटे की
गति से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा और उसी क्षेत्र में, अक्षांश 16.4° उत्तर और देशांतर 66.9° पूर्व के
पास, मुंबई (महाराष्ट्र) से लगभग 700 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, पंजिम (गोवा) से 750 किमी पश्चिम,
अमिनिदिवी (लक्षद्वीप) से 860 किमी उत्तर-पश्चिम और मैंगलोर (कर्नाटक) से लगभग 940 किमी पश्चिम- उत्तर-पश्चिम में केंद्रित रहा। अगले 48 घंटों के दौरान इसके पूर्व-मध्य अरब सागर में लगभग उत्तर-उत्तर- पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है। एक ट्रफ़, पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने अवदाब क्षेत्र (डिप्रेशन) से जुड़े ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण से लेकर उत्तर-पूर्व अरब सागर और दक्षिण गुजरात क्षेत्र होते हुए पश्चिम मध्य प्रदेश तक माध्य समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी की ऊंचाई के मध्य विस्तृत है।पश्चिमी विक्षोभ, मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ़ के रूप में माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर 30°N अक्षांश के उत्तर में 70°E देशांतर के साथ विस्तृत है।
सोमवार को कहां कैसा रहा मौसम
- श्योपुर और शिवपुरी में बादल छाए रहे। श्योपुर में शाम साढ़े पांच बजे तक 56 मिलीमीटर और शिवपुरी में 34 मिलीमीटर बारिश हुई।
- चंबल-ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भी कहीं तेज-कहीं हल्की बारिश
- श्योपुर में अधिकतम तापमान सामान्य से 11.4 डिग्री सेल्सियस कम रहकर 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात के तापमान में एक से दो डिग्री की वृद्धि
- ग्वालियर, रतलाम, टीकमगढ़ ,सीधी में आधा इंच से ज्यादा पानी गिरा।
- गुना, उज्जैन, छतरपुर (खजुराहो-नौगांव), रीवा, मुरैना, विदिशा, मंदसौर में भी हल्की बौछार।
- तवा डैम के तीन गेट खोले और 16,070 क्यूसेक पानी छोड़ा गया
Madhya Pradesh: 1 जून से अब तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में अब तक 48 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.2 इंच है। इस बार मानसूनी सीजन में 121 प्रतिशत बारिश हुई है यानि अनुमान से 15 फीसदी ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
- गुना में सबसे ज्यादा 65.7 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई।
- इंदौर संभाग में सामान्य बारिश का लक्ष्य पूरा हो गया। हालांकि उज्जैन में कोटा पूरा नहीं हो पाया । सागर, रीवा, जबलपुर और शहडोल संभागों में मानसून का जोरदार असर रहा। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र संभाग में औसत से ज्यादा बारिश हुई।
- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।
MP Weather Forecast Till 1 November






