चक्रवातीय परिसंचरण और निम्न दबाव के क्षेत्र के साथ सक्रिय कई मौसम प्रणालियों के असर से आज शुक्रवार को मध्य प्रदेश के इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में मौसम बदला रहेगा।यहां मेघगर्जन, बिजली चमकने गिरने के साथ मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।अगले 48 घंटों में भोपाल, उज्जैन और मालवा-निमाड़ क्षेत्र में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।फिलहाल 1 सितंबर तक मौसम का मिजाज यूही बना रहेगा। बता दे कि प्रदेश में अब तक औसत 36.2 इंच बारिश हो चुकी है।प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।
आज 13 जिलों में बारिश का अलर्ट
धार, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला , बालाघाट । यहां ढाई से साढ़े 4 इंच तक पानी गिर सकता है।
वर्तमान में सक्रिय है कई मौसम प्रणालियां
निम्न दाब क्षेत्र, छत्तीसगढ़ के मध्य भागों और निकटवर्ती क्षेत्रो पर अवस्थित है। इससे जुड़ा
चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। वर्तमान में मानसून ट्फ़, श्रीगंगानगर, शिवपुरी, दमोह, छत्तीसगढ़ के मध्य भागों और निकटवर्ती क्षेत्रो पर बने निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र, कलिंगपट्टनम और फिर पूर्व-दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के मध्य तक विस्तृत है।पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और संलग्न पंजाब पर माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर अवस्थित है। एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण, दक्षिण पंजाब में माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है एवं उपरोक्त प्रणाली में विलीन हो गया है।
Madhya Pradesh: 1 जून से 28 अगस्त तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 23% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 24% और पश्चिमी मध्य प्रदेश 22% अधिक वर्षा हुई है। प्रदेश में अब तक औसत 36.2 इंच बारिश हो चुकी है, इस हिसाब से कोटे की 90 प्रतिशत तक बारिश हो चुकी है।1 सितंबर तक कोटा पूरा होने का अनुमान है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। पिछली बार 44 इंच से ज्यादा पानी गिरा था।
- प्रदेश में जुलाई में 10 जिलों में कोटा पूरा हो चुका है, लेकिन इंदौर संभाग के जिलों की स्थिति ठीक नहीं है। पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 40% और पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में 30% से बारिश अधिक हुई है।
- इस बार सबसे ज्यादा पानी गुना में गिरा है। यहां 53.3 इंच बारिश हो चुकी है। निवाड़ी में 46 इंच, मंडला-टीकमगढ़ व अशोकनगर में 53 इंच के करीब बारिश हो चुकी है।
MP Weather Forecast Till 1 September






