मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है और संपर्क भी टूट गया है। नाले उफान पर है और नदियां खतरे के निशान तक बह रही है। 2 दर्जन डैम के गेट खोल दिए गए है।स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई है। फिलहाल 2 अगस्त तक मौसम का मिजाज यूही रहने वाला है।
आज बुधवार को 6 जिलों में अति भारी और 12 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में 4 से साढ़े 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है।
आज बुधवार को इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
नीमच, मंदसौर, श्योपुर, गुना, आगर-मालवा और राजगढ़ में अति भारी बारिश
भोपाल, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट में भारी बारिश का अलर्ट
मध्य प्रदेश मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान
- वर्तमान में मानसून ट्रफ़ द्रोणिका श्री गंगानगर, दिल्ली, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश पर बने निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र, सतना, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, दीघा से होकर पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।
- एक ट्रफ़ उत्तर-पूर्व अरब सागर से गुजरात होते हुए दक्षिण बांग्लादेश तक जाती है, जिससे निम्न दाब क्षेत्र से जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम एमपी और आसपास, झारखंड और उससे निकटवर्ती उत्तरी छत्तीसगढ़ और गंगीय पश्चिम बंगाल पर औसत समुद्र तल से 3.1 किमी तक विस्तृत है।
- एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण पाकिस्तान से सटे दक्षिण पंजाब पर माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
MP के जिलों में School Holiday
भोपाल, सीहोर, हरदा, नर्मदापुरम, विदिशा, गुना और अशोकनगर जिले में अत्यधिक वर्षा को देखते हुए कक्षा नर्सरी से 12वीं तक समस्त शासकीय एवं अशासकीय (CBSE, ICSE सहित) विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है।इस दौरान आंगनवाड़ी केन्द्र भी बंद रहेंगे।
Madhya Pradesh: 1 जून से 29 जुलाई तक कहां कितनी हुई वर्षा
प्रदेश में 1 जून से 28 जुलाई तक औसत से 55% अधिक हुई है। इसमें पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 64% अधिक और पश्चिमी मध्य प्रदेश औसत से 47% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।अबतक ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में बारिश का कोटा पूरा हो गया है। यहां सामान्य से 37% तक ज्यादा वर्षा हुई है हालांकि टीकमगढ़-निवाड़ी में सबसे ज्यादा 42 इंच वर्षा हुई है। इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर और आगर-मालवा अभी भी कम पानी गिरा है। इंदौर और उज्जैन संभाग में 12 से 32% तक ही वर्षा हुई है।
MP Weather Forecast till 2 August






