भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। । 31 अक्टूबर को हिमालय रीजन में पहुंच रहे पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक बार फिर मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव आने वाला है। 31 अक्टूबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने से पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। और हवा का रुख पूरी तरह से उत्तरी होगा। तापमान में उतार-चढ़ाव के बीच नवंबर के पहले हफ्ते में तेज ठंड पड़ने की संभावना है। नवंबर में 2 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिसके कारण कड़ाके की ठंड पड़ेगी और तापमान में गिरावट तेजी से दिखाई देगी।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update) के मुताबिक, वर्तमान में बंगाल की खाड़ी अथवा अरब सागर में मौसम को प्रभावित करने वाली कोई विशेष मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत के आसपास फिलहाल कोई पश्चिमी विक्षोभ भी मौजूद नहीं है, जिसके कारण मौसम शुष्क बना हुआ है।लेकिन गुजरात पर बने प्रति चक्रवात के असर से हवाओं का रुख बार–बार बदल रहा है। साेमवार रात काे एक पश्चिमी विक्षाेभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने से उत्तर भारत के पहाड़ाें पर बर्फबारी हाेगी और पूरे मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में गिरावट हाेने की संभावना है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Update) के मुताबिक, आने वाले दिनों में 2 विक्षोभ सक्रिय होंगे। पहला पश्चिमी विक्षोभ 31 अक्टूबर और दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर को सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से 5 नवंबर तक कश्मीर से हिमाचल और उत्तराखंड तक भारी बर्फबारी हो सकती है। इससे 6-7 नवंबर से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी ।आगामी 4 महीनों में पहाड़ी राज्यों से मध्य भारत तक के राज्यों में कड़ाके की सर्दी पड़ने के संकेत है।
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Forecast) के मुताबिक, 31 अक्टूबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने की संभावना है, इसके प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी होगी। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के साथ ही हवा का रुख उत्तरी होने से नवंबर माह की शुरूआत में प्रदेश में जमकर ठंड का असर देखने को मिलेगा। वर्तमान में बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में काेई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत के आसपास काेई पश्चिमी विक्षाेभ भी नहीं है। इस वजह से मध्य प्रदेश का मौसम शुष्क बना हुआ है।