भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अगले 48 घंटों बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश के मौसम (MP Weather Update) के बदलने के आसार है। इसका कारण 26-27 सितंबर को एक नया कम दवाब का सिस्टम बनना है। इसके चलते प्रदेशभर में अक्टूबर के पहले सप्ताह तक हल्की व मध्यम बारिश होगी। मप्र मौसम विभाग (MP Weather Department) ने आज शुक्रवार 24 सितंबर को 8 जिलों में भारी बारिश (Heavy rain) के चलते येलो अलर्ट और 6 संभागों में बिजली गिरने और चमकने की चेतावनी भी जारी की गई है।
मौसम विभाग (MP Weather alert) ने आज शुक्रवार 24 सितंबर 2021 को प्रदेश के 8 जिलों धार, बैतूल, खरगोन, भिंड, दतिया, देवास, टीकमगढ़, छतरपुर जिलों में भारी बारिश(Heavy Rain) की चेतावनी जारी की गई है। वही सागर, रीवा, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल, इंदौर, शहडोल संभागों में बिजली गिरने और चमकने की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। वही ग्वालियर, चंबल, होशंगाबाद, रीवा एवं सागर संभागों के जिलों में अनके स्थानों के साथ शहडोल, जबलपुर, इंदौर और उज्जैन में कुछ स्थानों पर बारिश के आसार है।
मौसम विभाग (MP Weather Cloud) ने वर्तमान में मध्य प्रदेश के मध्य भाग पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और उससे लगे गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के साथ बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके 26 सितंबर को ओडिशा कोस्ट पहुंचने के आसार हैं। इन चारों वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से मप्र के कई जिलों में रुक-रुककर बारिश होने के आसार है।वही पश्चिम विक्षोभ के असर और मर्तबान की खाड़ी से मध्यप्रदेश तक बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से आज जबलपुर सहित आस-पास के जिलों में अनेक जगहों पर बौछारें पड़ने की संभावना है।
मौसम विभाग (MP Weather Forecast) की माने तो वर्तमान में निम्न दाब क्षेत्र के दुर्बल होने के बाद दक्षिणी छत्तीसगढ़ के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण अवस्थित है, जबकि तेलंगाना के साथ साथ दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर भी चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। मॉनसून ट्रफ (Monsoon Trough) जैसलमेर, चित्तौड़गढ़, टीकमगढ़, सीधी, अम्बिकापुर, झारसुगड़ा और पूरी से होते हुए पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।
वहीं रायलसीमा से कोमरीन सागर तक अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ (WD) उत्तरी पाकिस्तान के आसपास एक ट्रफ के रूप में सक्रिय है। वहीं म्यांमार तट/ मर्तबान की खाड़ी के आसपास सक्रिय चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव में 24 सितंबर की शाम को निम्न दाब क्षेत्र विकसित होने की संभावना बनी हुई, जो 26/27 सितंबर को ओड़िशा तट तक पहुँच सकता है।
इन जिलों पर मंडराया सूखे का खतरा
मध्यप्रदेश के 11 जिलों धार, खरगोन, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, जबलपुर, सिवनी और बालाघाट में सूखे का खतरा मंडरा रहा है।वही नीमच, राजगढ़, आगर, विदिशा, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर और भिंड आदि जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। इधर, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, आलीराजपुर, बड़वानी, उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, सीहोर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, भोपाल, रायसेन, बैतूल, छिंदवाड़ा, सागर, टीकमगढ़, मुरैना, ग्वालियर, दतिया, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, मंडला और डिंडौरी जिलों में सामान्य बारिश हुई है।
पिछले 24 घंटे का बारिश का विवरण
पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक इंदौर में 51.2, मलाजखंड में 17.2, सागर में 11.4, बैतूल में 11, छिंदवाड़ा में 9.2, शाजापुर में नौ, उमरिया में 4.2, धार में 4.1, पचमढ़ी में चार, टीकमगढ़ में एक, मंडला में 0.6, होशंगाबाद में 0.5 मिलीमीटर बारिश हुई।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)