सिंधिया से आगे निकलने की होड़ में गिरे नेता जी, सिलावट की गेंद पर मारे चौके-छक्के

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) चार दिवसीय दौरे पर ग्वालियर आये। सिंधिया हवाई अड्डे से सीधे शंकरपुर क्षेत्र में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सिंधिया खुद को रोक नहीं सके।  वार्मअप करने के लिए सिंधिया ने दौड़ लगाई तो समर्थक भी पीछे दौड़ पड़े लेकिन सिंधिया से आगे निकलने की होड़ में एक नेताजी गिर पड़े , क्रिकेट प्रेमी सिंधिया ने स्टेडियम में बैट पर हाथ भी आजमाए और मंत्री तुलसी सिलावट और भाजपा जिला अध्यक्ष की गेंद पर चौके छक्के उड़ाए।

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दोपहर ग्वालियर (Gwalior News) आये। महाराजपुरा हवाई अड्डे पर ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट(Tulsiram Silawat), जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी(Kamal Makhijani) सहित  अन्य जनप्रतिनिधियों ने सिंधिया का स्वागत किया।  सिंधिया एयरपोर्ट से सीधे शंकरपुर में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम (Gwalior Cricket Stadium) का निरीक्षण करने गए। यहाँ पहुंचकर उन्होंने स्टेडियम की जिम्मेदारी संभल रहे एमपीसीए (MPCA) और जीडीसीए (GDCA) के ऑफिशियल्स से इसकी प्रगति की जानकारी ली।

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सिंधिया ने क्रिकेट मैदान को देखकर संतुष्टि जताई। उन्होंने मैदान को चैक करने के लिए रनिंग की , सिंधिया को दौड़ता देख उनके समर्थक नेता भी पीछे भागने लगे , लेकिन महलगांव निवासी सिंधिया समर्थक नेता संजय शर्मा ने सिंधिया से आगे निकलने की कोशिश की जिसमें वे नाकाम रहे और गिर पड़े।

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इसके बाद सिंधिया ने क्रिकेट बैट पर हाथ आजमाए।  सिंधिया को प्रदेश के जल संसाधन एवं ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी सहित कई अन्य लोगों ने बॉलिंग की और सिंधिया ने एक मंझे हुए खिलाड़ी की तरह उनकी गेंदों पर चौके और छक्के लगाए।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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