Economic Survey: फ़ूड ग्रेन्स प्रोडक्शन का नया रिकॉर्ड
मजबूत विकास के क्षेत्र बन रहे भारतीय कृषि के रिलेटेड फील्ड।
Economic Survey: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज संसद में पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों के बावजूद 2021-22 में भारत का फ़ूडग्रेन्स प्रोडक्शन 315.7 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा, 2022-23 (केवल खरीफ) के पहले एडवांस अंदाज के अनुसार, देश में कुल फ़ूडग्रेन्स प्रोडक्शन 149.9 मिलियन टन एस्टीमेट है जो पिछले पांच वर्षों (2016-17 से 2020-2021) के औसत खरीफ खाद्यान्न उत्पादन से अधिक है।
दालों का उत्पादन भी ‘रिमार्केबल’
सर्वेक्षण में कहा गया है कि दालों का उत्पादन भी पिछले पांच वर्षों के औसत 23.8 मिलियन टन से रिमार्केबल रूप से अधिक रहा है। यह हॉर्टिकल्चर को “उच्च विकास क्षेत्र” और “उत्साही विकास का स्रोत और किसान के लिए बेहतर लचीलापन” के रूप में डिस्क्राइब करता है।
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तीसरे एडवांस एस्टीमेट (2021-22) के अनुसार, 28.0 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र में 342.3 मिलियन टन का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। सरकार ने 55 बागवानी समूहों की पहचान की है, जिनमें से 12 को क्लस्टर डेवलपमेंट प्रोग्राम (सीडीपी) के पायलट चरण के लिए चुना गया है।
मजबूत विकास क्षेत्र बन रहे हैं कृषि रिलेटेड फील्ड
सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारतीय कृषि के रिलेटेड फील्ड – पशुधन, फॉरेस्ट्री, लॉगिंग और फिशिंग और जलीय कृषि/एक्वाकल्चर ,धीरे-धीरे मजबूत विकास के क्षेत्र बन रहे हैं और बेहतर कृषि आय के संभावित स्रोत बन रहे हैं।
भारतीय कृषि के रिलेटेड फील्ड के महत्व को समझते हुए, सरकार ने बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और प्रोडक्टिविटी और रोग नियंत्रण में सुधार के लिए कई हस्तक्षेप किए हैं।
सर्वेक्षण में वर्णन किया गया है कि भारत में फ़ूड मैनेजमेंट प्रोग्राम में किसानों से लाभकारी कीमतों पर फ़ूड ग्रेन्स की खरीद, कंस्यूमर्स को फ़ूड ग्रेन्स का वितरण, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों, सस्ती कीमतों पर और खाद्य सुरक्षा और मूल्य स्थिरता के लिए खाद्य बफर स्टॉक का मेंटेनेंस शामिल है।