रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। SAHARA के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस (chhatisgarh police) ने बड़ी कार्रवाई की थी। जहां सहारा इंडिया (SAHARA India) कोऑपरेटिव कंपनी के 4 डायरेक्टर (directors) को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। वही राजनांदगांव गुरुवार को लखनऊ के सहारा मुख्यालय से लोगों को गिरफ्तार कर आज उन्हें छत्तीसगढ़ कोर्ट में पेश किया गया। हालांकि इस दौरान सहारा ग्रुप द्वारा अपनी पूरी मीडिया ताक़त को झोंक देने के बाद भी चारों डायरेक्टर की रिहाई नहीं हो सकी है। कोर्ट ने सहारा के कोऑपरेटिव के लाल जी वर्मा सहित चार डायरेक्टर को जेल भेज दिया है।
गौरतलब है कि सहारा इंडिया की लाखों निवेशकों का पैसा ले रखा और सैकड़ों FIR होने के बाद भी सहारा इंडिया द्वारा उनके पैसे को वापस नहीं किया जा रहा है। जिसके बावजूद शिकायतों पर दमदार कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस वाला राजनांदगांव जिले की पुलिस ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय सहित कॉपरेटिव कंपनी के डायरेक्टर उसके खिलाफ FIR दर्ज की थी।
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इस दौरान पुलिस लखनऊ पहुंची और लालजी वर्मा सहित एसएम सहाय, खालिद चौधरी और प्रदीप श्रीवास्तव को अरेस्ट किया था। हालांकि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद डायरेक्टर को अलीगंज थाने लाया गया। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने किसी दबाव के आगे झुकने से इनकार करते हुए चारों डायरेक्टर्स को कोर्ट में पेशी दी थी।
इससे पहले पटना हाईकोर्ट ने सुब्रत राय सहारा को पेश होने के आदेश दिए थे। जिसके बाद बिहार सहित दिल्ली और यूपी के डीजीपी को 16 मई को सुब्रत राय सहारा के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। हालांकि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए हाईकोर्ट के आदेश पर स्टे लगा दिया है।