व्यापार, डेस्क रिपोर्ट। आज के वर्तमान (Present time) की स्थिति और भविष्य के संदेह के पीछे इंसान धन संचय (wealth accumulation) के लिए ऐसे साधनों की तलाश में है। जहां उसे उसकी निवेश (Investment) के बेहतर रिटर्न (better returns) के साथ-साथ उसके भविष्य भी सुरक्षित हो। ऐसी गारंटी (Gurantee) मिल सके। जनता एक ऐसे निवेश की तलाश में है, जो न केवल सुरक्षित हो बल्कि निवेश के बदले का भुगतान भी करती हो। कई ऐसे निवेश है जो जनता की इस तलाश को पूरा करते हैं।
इसी बीच सरकार द्वारा संचालित डाकघर योजना है, जो निवेशकों को मासिक आय देने के साथ ही साथ समय सीमा के अंदर उन्हें गुड रिटर्न (Good returns) भी प्रदान करती है। सरकार द्वारा संचालित डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) सूक्ष्म बचत निवेश योजनाओं (Micro Savings Investment Schemes) में से एक है, जो निवेशकों को गारंटीकृत मासिक आय प्रदान करती है।
यह एक छोटी राशि के साथ शुरू किया जा सकता है, यह कार्यक्रम भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। MIS 5 साल की निवेश अवधि के साथ कम जोखिम वाला निवेश विकल्प है। डाकघर मासिक आय योजना अब 6.6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर प्रदान करती है।
डाकघर मासिक आय योजना के लाभ:
- निवेशकों का पैसा बाजार के Risk के संपर्क में नहीं आता है। जिससे योजना कम जोखिम वाला निवेश रूढ़िवादी निवेशकों के साथ लोकप्रिय हो जाता है। चूंकि यह सरकार समर्थित योजना है। इसलिए मैच्युरिटी तक निवेश की गारंटी भी है।
- मासिक आय योजना में 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है। यदि आप निवेश जारी रखना चुनते हैं, तो आप निवेश के परिपक्व होने पर निकाल सकते हैं और पुन: निवेश कर सकते हैं।
- आप 1,000 रुपये के न्यूनतम निवेश से शुरुआत कर सकते हैं, जिसे समय के साथ गुणा किया जा सकता है।
- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एमआईएस आय कराधान के अधीन है। डाकघर योजना में निवेश धारा 80 सी के तहत कर-कटौती योग्य नहीं है। हालांकि इसमें TDS नहीं है।
- इस प्लान में निवेश करने के पहले महीने के बाद आपको भुगतान मिलना शुरू हो जाएगा।
- दूसरी ओर भुगतान शुरुआत के बजाय प्रत्येक माह के अंत में किया जाएगा।
- भले ही आपके पास एक निवेशक के रूप में कई खाते हों, कुल जमा राशि 4.5 लाख रुपये से अधिक नहीं हो सकती है।
महत्वपूर्ण नोट : आप अधिकतम तीन व्यक्तियों के साथ MIS के साथ एक संयुक्त खाता भी पंजीकृत कर सकते हैं। हालांकि ध्यान रखें कि खाता सभी खाताधारकों का समान रूप से होगा। चाहे कोई भी उसमें योगदान दे। 10 साल या उससे अधिक उम्र के नाबालिग की ओर से खाता खोला जा सकता है। 18 वर्ष की आयु तक पहुंचने के बाद अवयस्क धन का उपयोग करने का हकदार होगा।