नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। यूजीसी (UGC) द्वारा पीएचडी (PhD) और एमफिल (M.Phil) को लेकर नवीन दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। दरअसल यूजीसी नेट (UGC NET) के लिए आवेदन की घोषणा कर दी गई है। वहीं अब सभी शैक्षणिक संस्थानों को पीएचडी और एमफिल के परीक्षा के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसके कारण संस्थानों (higher institution) को मौखिक परीक्षा ऑफलाइन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए आयोजित करने की बात कही गई है।
बता दें कि इससे पहले यूजीसी द्वारा सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी को पत्र भेजा गया है। जिसमें 60 फीसद सीटें यूजीसी नेट और जेआरएफ (UGC NET & JRF) के जरिए जबकि 40% सीट कंबाइंड रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट (Combined Research Entrance Test) में पास होने वाले अभ्यर्थियों के लिए रखे जाएंगे। हालांकि यह खबर नेट जेआरएफ परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवारों के लिए राहत भरी है।
इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा परीक्षा आयोजित की जाती है। नेट जेआरएफ की परीक्षा के बाद उम्मीदवारों को पीएचडी के लिए नामांकन की योग्यता का परीक्षण किया जाता है। वही यूजीसी की बैठक में संशोधित नियम को मंजूरी दी गई है। नए नियम जल्दी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।
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नेट जेआरएफ के माध्यम से प्रवेश लेने वाले छात्रों का चयन इंटरव्यू और वॉइस के आधार पर किया जाएगा। इसके साथ ही विद्यालय अनुदान आयोग ने उच्च शैक्षणिक संस्थानों को सुझाव दिया है कि पीएचडी एमफिल की मौखिक परीक्षा ऑफलाइन, गूगल, स्काइप, माइक्रोसॉफ्ट वर्ड से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जा सकेगी।
बता दें कि 29 अप्रैल 2020 को कोरोना के कारण लॉकडाउन को देखते हुए यूजीसी ने परीक्षाएं आयोजित करने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए थे। जिसके द्वारा बारे में प्रस्ताव किया गया था कि विश्वविद्यालय द्वारा पीएचडी और एमफिल की मौखिक परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जा सकती है।
लिखित पत्र में कहा गया है कि यूजीसी द्वारा 11 फरवरी 2022 को सभी शैक्षिक संस्थानों को सूचित किया गया है कि ऑफलाइन ऑनलाइन माध्यम से वह संस्थानों को खोल सकते हैं और कक्षाएं में परीक्षाएं आयोजित कर सकते हैं। ऐसे में अगर स्थिति अनुरूप नहीं रहती है तो उच्च शैक्षणिक संस्थान एमफिल और पीएचडी की मौखिक परीक्षा ऑफलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कर सकते हैं