भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में पोषण आहार मामले में हुई गड़बड़ी (nutritional food) पर एक तरफ जहां कांग्रेसी विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार को घेर रही है। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा (BJP VD Sharma) ने कांग्रेस सहित कमलनाथ (Kamal Nath) पर पलटवार करते हुए निशाना साधा है। पोषण आहार गड़बड़ी मामले में बोलते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और कमलनाथ मामले में बात करने को ही तैयार नहीं हैं। सदन के अंदर जो कांग्रेस ने किया, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे… कमलनाथ जी द्वारा 2018-19 और 2019-20 में पोषण के लिए क्या किया गया है। इस पर वह बात करने को तैयार ही नहीं है। कांग्रेस केवल हल्ला मचाना चाहती है। इतना ही नहीं CAG की रिपोर्ट के बाद पोषण आहार मामले में बोलते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि सीएम शिवराज द्वारा कड़ाई से इस बात को कहा गया है कि जो भी इस गड़बड़ी में शामिल है। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
वीडी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि यह पोषण आहार में हुए घोटाले कॉन्ग्रेस और कमलनाथ की ही देन है। वहीं वीडी शर्मा ने कहा है कि बीजेपी की सरकार द्वारा मध्यप्रदेश में घोटाले और गड़बड़ी को रोकने का काम किया गया है। इससे पहले पोषण आहार मामले में सदन में किए जा रहे हंगामे पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा था कि अगर कोई घटना होती है और जिस पर भ्रम फैलाया जाता है तो सरकार को अपनी बात रखने का हक है। सीएम शिवराज ने स्पष्ट किया है कि सीएजी की जो ड्राफ्ट सामने आई है। वह रिपोर्ट 2018 से लेकर 2021 तक की है। यह अंतिम रिपोर्ट नहीं है। इस रिपोर्ट को वापस सीएजी को भेजा जाएगा।
इसके लिए एक कनिका बनाई जा रही है, अनियमितता के चलते 104 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है जबकि 22 से अधिक अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इतना ही नहीं 6 अधिकारियों को नौकरी से बाहर किया गया है जबकि तीन अधिकारियों की पेंशन और दो की वेतन वृद्धि रोकी गई है। 40 अधिकारियों पर विभागीय जांच जारी है और अन्य अधिकारी कर्मचारियों पर भी राज्य शासन द्वारा एक्शन लिया गया है। गड़बड़ी पाए जाने पर हर तथ्य की बारीकी से जांच की जा रही है और इसकी संलिप्तता वाले हर व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि इस रिपोर्ट में कांग्रेस के कार्यकाल में भी हुए घोटाले शामिल है। जिसकी जांच की जा रही है। इस रिपोर्ट में 237 करोड़ के 30,304 मीट्रिक टेक होम राशन की गुणवत्ता को अमानक स्तर दिया गया है। यह आंकड़े कांग्रेस के शासनकाल के हैं। राज्य शासन द्वारा इस पर भी कार्रवाई की जा रही है।
वही पोषण आहार और टेक होम राशन मामले में गड़बड़ी को लेकर सीएम शिवराज ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2018 में टेक होम राशन की व्यवस्था शुरू की गई थी लेकिन बीजेपी की सरकार चली जाने के बाद कांग्रेस सत्ता में आई और एक बार फिर से पोषण आहार का ठेका ठेकेदारों को सौंप दिया। वहीँ बीजेपी सरकार की वापसी के साथ ही एक बार फिर से महिला स्व सहायता समूह को सौंपा गया है।