गुजरात (Gujarat) में बेमौसम बरसात ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। किसानों के मुरझाए चेहरे साफ बयां कर रहे है कि इस बार उनके खेतों में फसलों का कितना नुकसान हुआ होगा? बारिश ने एक बार फिर कृषि अर्थव्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया है। पानी से खेत लबालब भर गए है और किसानों की आर्थिक स्थिति पर संकट के काले बादल छा गए हैं। कई जगहों के किसान राज्य सरकार से राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं। अब इस बीच, सरकार ने राज्य में किसानों के हालात देखते हुए उनके लिए बड़ी खुशखबरी दी है।
बता दें कि गुजरात के सौराष्ट्र (Saurashtra) में किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) ने एक बैठक बुलाई है। उन्होंने अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता और तत्परता से काम करने का निर्देश देते हुए कहा कि सरकार को किसानों के साथ सिर्फ सहानुभूति के शब्दों से नहीं, बल्कि त्वरित और ठोस कार्रवाई के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए। इतना ही नहीं सीएम ने राहत पैकेज का को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया है।
सीएम भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
फसलों को हुए नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घोषणा की है कि सरकार जल्द ही राहत-सहायता पैकेज जारी करेगी। सीएम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। उन्होंने लिखा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य के विभिन्न जिलों में हुई बेमौसम बारिश के कारण किसानों की खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। राज्य सरकार इस अप्रत्याशित प्राकृतिक आपदा में पूरी संवेदना के साथ किसानों के साथ खड़ी है।
राज्य के मंत्रियों ने व्यक्तिगत रूप से विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर किसानों का हालचाल जाना है। प्रशासन द्वारा फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा एवं सर्वेक्षण का कार्य शीघ्रता से किया गया है। मैं इस संबंध में मंत्रियों एवं अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए हूँ। भूमिपुत्रों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, राज्य सरकार शीघ्र ही इस नुकसान में किसानों की सहायता के लिए राहत एवं सहायता पैकेज की घोषणा करेगी।
जल्द होगा राहत पैकेज का ऐलान!
किसानों की आर्थिक स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है। राज्य प्रशासन ने बेमौसम बारिश से प्रभावित खेती और फसलों के नुकसान का सर्वे का काम भी शुरू हो गया है। किसानों से जानकारी लेकर जिलेवार रिपोर्ट तैयार की जा रही है। कृषि विभाग और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से सर्वेक्षण कार्य में जुटे हैं। सरकार सर्वे पूर्ण होने के बाद जल्द से जल्द पैकेज का ऐलान कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई जिलों में कपास, मूंगफली, अरहर और सब्जियों की फसलों को गंभीर नुकसान हुआ है।
नंगे पैर खेत में उतरे उपमुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पटेल के निर्देश के बाद उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी खुद सौराष्ट्र के खेतों में पहुंचे। उन्होंने भीगे हुए धान के खेतों में नंगे पांव चलकर प्रभावित किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। वर्तमान में प्रशासन कार्रवाई का वादा कर रहा है और किसान तत्काल मदद की गुहार लगा रहे हैं।





