गुना में मानवता को शर्मसार कर देने वाला गंभीर मामला देखने को मिला है। पैसा कमाने की जुगाड़ में भूमाफियों का जमीर इस कदर मर चुका है की अब उन्हें लाशों के ऊपर से गुजरने में जरा भी गुरेज नहीं है। कैंट थाना क्षेत्र के वार्ड क्र 37 गोपालपुरा क्षेत्र में शमशान की भूमि के बीचोंबीच में से सड़क बिछाकर कॉलोनी विकसित करने का कारनामा देखने को मिला है।
ये कारनामा किसी और ने नहीं बल्कि अवैध कॉलोनाइजर के द्वारा किया गया। दीपक रघुवंशी नाम के कॉलोनाइजर द्वारा शमशान घाट के लिए आवंटित भूमि के बीचोंबीच में से सड़क बिछाकर रास्ता बना दिया गया। जहां मासूम बच्चों को दफनाया गया था उसी स्थान के ऊपर से सड़क बिछाकर आम रास्ता बना दिया गया। ये रास्ता भगत सिंह कॉलोनी को विकसित करने के लिए बनाया गया है। क्योंकि इस रास्ते के सहारे भगत सिंह कॉलोनी के भूखंडो की कीमतों में इजाफा होगा और भूमाफिया को भी करोड़ों रूपये कमाने का मौका मिलेगा। शून्य हो चुकी मानवीय संवेदनाओं की बीच कॉलोनाइजर द्वारा मासूमों की कब्रों को भी नहीं बक्शा गया। साथ ही नाले को भी पाट दिया गया और पेड़ भी काट दिए गए।
जब पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला की वार्ड क्र 37 गोपालपुरा के सर्वे क्रमांक 255 , 256 , 257 , 262 , 258 के अंतर्गत उक्त भूमि मुक्तिधाम के लिए आवंटित की गई है। जहां मृत बच्चों को दफनाने के साथ साथ अंतिम संस्कार भी किये जाते हैं। लेकिन खुद को लाभ पहुंचाने के चक्कर में भूमाफिया द्वारा नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए ये खेल खेला गया। भूमाफिया के बड़े राजनैतिक संबंध भी हैं जिनके बदले ये खेल खेला गया। इस मामले में स्थानीय लोगों में भी रोष है। स्थानीय लोगों ने बताया की जब उन्होंने सड़क डालने का विरोध किया तो कॉलोनाइजर ने उन्हें जान से मरने की धमकी भी दी। बहरहाल शर्मसार कर देने वाले इस मामले पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है क्योंकि बिना सिस्टम की मिलीभगत के कैसे सडक बिछा दी गई ये बड़ा सवाल है।