ग्वालियर। राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद अब प्रदेश पदाधिकारियों ने भी इस्तीफे देना शुरू कर दिया है। आज शाम सिंधिया समर्थक छह प्रदेश पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। खास बात ये है कि इन पदाधिकारियों ने ये इस्तीफा कांग्रेस कार्यालय की जगज निजी होटल में पत्रकार वार्ता बुलाकर दिया। जिसमें जिला अध्यक्ष मौजूद नहीं थे। पदाधिकारियों ने इस्तीफे लेकर एक सन्देशवाहक को भोपाल रवाना कर दिया है वहीं सिंधिया को सभी इस्तीफे मेल कर दिए हैं।
लोकसभा चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में उथल पुथल है और इस्तीफों का दौर जारी है। राहुल गांधी के बाद पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने के बाद सिंधिया समर्थक नेताओं ने इस्तीफों की होड़ मची है। कल सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष पद से और प्रदेश महामंत्री दुष्यंत साहनी(मुरैना लोकसभा प्रभारी) द्वारा महामंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ग्वालियर के 6 प्रदेश पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया।
इस्तीफा देने वालों में प्रदेश उपध्यक्ष एवं पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, प्रदेश महासचिव एवं पूर्व विधायक रामवरण सिंह गुर्जर,प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा,प्रदेश महासचिव किशन मुदगल, प्रदेश महासचिव अर्जुन जाटव और प्रदेश महासचिव सुरेन्द्र शर्मा के नाम शामिल है। इस्तीफे के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि वे सिंधिया के नेतृत्व में काम करते रहेंगे। खास बात ये रही कि इन सिंधिया समर्थक नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा कांग्रेस कार्यालय की जगह निजी होटल में प्रेस कांफ्रेस में दिया । इतना ही नहीं इन नेताओं ने जिला अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा को भी इसकी अधिकृत सूचना नहीं दी। डॉ शर्मा ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज को बताया कि मुझे इस्तीफों की अधिकृत सूचना नहीं है और ना ही मुझे किसी ने इस्तीफे सौंपे हैं,हो सकता है सीधे भेज दिए हों। उधर पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल ने कहा कि हमने इस्तीफे लेकर संदेशवाहक को भोपाल प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के पास भेज दिया है। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को सभी इस्तीफे मेल कर दिए हैं।