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Fri, Dec 19, 2025

हरियाणा बीजेपी का मिशन 2029, हारी 42 सीटों पर होगी विशेष रणनीति, चंडीगढ़ में विधायक दल की अहम बैठक

Written by:Vijay Choudhary
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बीजेपी का मानना है कि जमीनी स्तर पर सक्रियता से वे इन क्षेत्रों में अपने लिए नए वोटबैंक तैयार कर सकते हैं।
हरियाणा बीजेपी का मिशन 2029, हारी 42 सीटों पर होगी विशेष रणनीति, चंडीगढ़ में विधायक दल की अहम बैठक

सीएम सैनी

हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बड़ी राजनीतिक रणनीति का आगाज़ कर दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में मंगलवार को चंडीगढ़ में विधायक दल की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली सहित सभी विधायक मौजूद रहेंगे। हालाँकि विधायक दल की बैठक एक नियमित मासिक प्रक्रिया है, लेकिन इस बार की बैठक को विशेष महत्व दिया जा रहा है, क्योंकि इसमें आने वाले वर्षों की दिशा और चुनावी नीति पर मंथन किया जाएगा।

हारी हुई 42 सीटों पर होगी ज़िम्मेदारियों की बंटवारी

2024 में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी जिन 42 सीटों पर हार का सामना कर चुकी है, उन पर अब विशेष ध्यान देने का फैसला किया गया है। पार्टी ने इन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए मिशन मोड में काम करने की योजना बनाई है। बैठक में तय किया जाएगा कि प्रत्येक विधायक को एक ऐसी विधानसभा सीट की ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी, जहाँ पार्टी पिछली बार हार गई थी।

यह रणनीति दो उद्देश्यों को साधने का प्रयास है, एक ओर विपक्षी क्षेत्रों में पार्टी की उपस्थिति को मज़बूत करना, दूसरी ओर “सबका साथ, सबका विकास” की नीति को धरातल पर उतारना। बीजेपी का मानना है कि जमीनी स्तर पर सक्रियता से वे इन क्षेत्रों में अपने लिए नए वोटबैंक तैयार कर सकते हैं।

जनता के बीच जाकर लेंगे फीडबैक

बैठक में मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार के नौ महीने के कार्यकाल की समीक्षा भी करेंगे। विधायकों से पूछा जाएगा कि उनके क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किस स्तर पर है। साथ ही मुख्यमंत्री यह जानना चाहेंगे कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर जनता में क्या प्रतिक्रिया है। इन हलकों में नियमित जनसंपर्क अभियान चलाए जाएंगे। मंत्री और विधायक आम जनता से संवाद करेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और समाधान के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। यह तय किया गया है कि इन दौरों में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और संभावित उम्मीदवार भी शामिल रहेंगे ताकि संगठनात्मक मजबूती के साथ चुनावी तैयारियाँ भी पुख्ता की जा सकें।

भविष्य की घोषणाओं पर विचार

बीजेपी के 2024 के विधानसभा चुनाव में जारी किए गए “संकल्प-पत्र” में किए गए वादों को भी इस बैठक में पुनः समीक्षा की जाएगी। यह देखा जाएगा कि किन वादों पर अमल हुआ है और किन वादों को लेकर अब तक ठोस कार्य नहीं हो सका। सरकार की मंशा है कि आने वाले वर्षों में हर वादा पूरा करने की दिशा में तेजी लाई जाए, जिससे जनता में विश्वास और गहराए। इसके अलावा यह भी मंथन किया जाएगा कि 2029 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की दिशा और एजेंडा क्या होगा। पार्टी चाहती है कि समय रहते योजनाओं और रणनीतियों को धरातल पर लाया जाए, ताकि चुनाव से पहले केवल वादों के बजाय, उनके क्रियान्वयन की सफलता की कहानी पेश की जा सके।