कुछ दिनों पहले हरियाणा में एक वीआईपी नंबर प्लेट ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। दरअसल, इस नंबर प्लेट की कीमत 1 करोड़ 17 लाख रुपए बताई गई थी क्योंकि यह नंबर HR 88 B 8888 था, जिसकी ऑनलाइन नीलामी में रिकॉर्ड तोड़ बोली लगी थी और इसे देश की अब तक की सबसे महंगी नंबर प्लेट भी माना जा रहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इस डील को रद्द कर दिया गया है। चलिए जानते हैं आखिर इसके पीछे का कारण क्या है।
दरअसल इस नंबर प्लेट की इतनी बड़ी रकम के पीछे कारण इसका खास नंबर था। इस नंबर प्लेट में कई बार अंक 8 आ रहा है जिसकी वजह से इसकी महंगी बोली लगी थी। इसमें बीच में आने वाला ‘B’ भी 8 जैसा ही दिखाई देता है, जिसके चलते यह पूरी तरह 8 का नंबर प्लेट बन जाता है।
किसने खरीदी थी नंबर प्लेट?
इस नंबर को पाने के लिए हिसार के ट्रांसपोर्टर सुधीर कुमार ने बड़ी बोली लगाई थी। सुधीर कुमार ने इसे हासिल करने के लिए 1 करोड़ रुपए की बोली लगा दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब डील कैंसिल हो चुकी है। दरअसल बोली लगने के बाद नियम के मुताबिक 1 दिसंबर दोपहर 12:00 बजे तक इस नंबर प्लेट की पूरी राशि जमा करनी थी, लेकिन सुधीर कुमार ऐसा करने में सक्षम नहीं रहे। सुधीर कुमार का कहना है कि उनकी ओर से पेमेंट करने की कई बार कोशिश की गई। शनिवार रात उन्होंने पोर्टल पर कई बार पेमेंट करने की कोशिश की, लेकिन वेबसाइट बार-बार एरर दिखा रही थी। सुधीर कुमार की ओर से भुगतान करने की पूरी कोशिश की गई।
क्या फिर लगेगी बोली?
हालांकि अब देखना होगा कि भुगतान नहीं होने के चलते परिवहन विभाग सुधीर कुमार को यह नंबर प्लेट सौंपेगा या फिर एक बार फिर वीआईपी नंबर प्लेट को नीलामी में उतारा जाएगा। अगर यह नंबर प्लेट दोबारा नीलामी में उतरती है तो देखना दिलचस्प होगा कि अगला दावेदार इस नंबर के लिए कितनी बड़ी बोली लगाता है।
क्यों है इतनी खास यह नंबर प्लेट
दरअसल, इस वीआईपी नंबर प्लेट की बोली बेहद खास रही थी। इस नंबर प्लेट को पाने के लिए लगभग 45 प्रतिभागियों ने नीलामी में हिस्सा लिया था। लेकिन अंत में परिवहन कंपनी Romulus Solution Pvt. Ltd. के डायरेक्टर सुधीर कुमार ने इसे हासिल किया था, जिन्होंने रिकॉर्ड तोड़ बोली लगाई थी। उन्हें 5 दिन का समय राशि जमा करने के लिए दिया गया था लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के चलते वह राशि जमा नहीं कर पाए, जिससे बोली रद्द कर दी गई।
क्या सुधीर कुमार फिर लगाएंगे बोली?
बाद में सुधीर कुमार ने बताया कि उनके परिवार के लोग इस नंबर प्लेट को इतनी भारी रकम में खरीदने के पक्ष में नहीं हैं। सुधीर कुमार ने कहा कि परिवार के साथ इस समय चर्चा चल रही है। परिवार के बुजुर्गों का कहना है कि केवल एक नंबर प्लेट पर इतनी बड़ी राशि खर्च करना समझदारी नहीं है, हालांकि मेरी राय इसके पक्ष में है।





