भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में छठवें वेतन आयोग (6th pay commission) में वेतन प्राप्त कर रहे कर्मचारियों (Employees) के मंहगाई भत्ते में 7% की बढ़ोत्तरी की गई है। राज्य शासन द्वारा जारी आदेश के मुताबिक 01 अगस्त 2022 से भुगतान माह सितम्बर 2022 से बढ़े हुए महंगाई भत्ते की दर लागू होगी। बता दें कि 1 मार्च 2022 (भुगतान माह अप्रैल 2022) से 196% की दर से मंहगाई भत्ता दिया जा रहा है। अब यह बढ़कर 203% हो जाएगा। राज्य शासन ने यह भी निर्देश दिए हैं कि शासकीय सेवकों को महंगाई भत्ते के भुगतान पर किया गया व्यय संबंधित विभाग के चालू वर्ष के स्वीकृत बजट के प्रावधान से अधिक नहीं हो।
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इसी के साथ एक और बड़ा फैसला लेते हुए राज्य सरकार ने पेंशनरों (pensioners ) को पेंशन पर मंहगाई राहत स्वीकृत कर ली है और सभी विभागों को इसका शीघ्र भुगतान करने के निर्देश भी दिए हैं। फिलहाल पेंशनरों और उनके परिवार को एक मई (भुगतान माह जून 2022) से छठवें वेतन मान में मूल पेंशन/परिवार पेंशन पर 174% की दर से एवं सातवें वेतनमान में 22% की दर से महंगाई राहत स्वीकृत है। अब नए आदेश के बाद 1 अगस्त 2022 से छठवें वेतनमान में मंहगाई राहत दर 189% और सातवें वेतनमान में 28% प्रतिशत होगी। ये दर सितम्बर 2022 से दी जाएगी। इसके तहत 80 वर्ष या उससे अधिक की आयु के पेंशनरों को देय अतिरिक्त पेंशन पर भी महंगाई राहत दी जाएगी।
येे महंगाई राहत अधिवार्षिकी, सेवानिवृत्त, असमर्थता तथा क्षतिपूर्ति पेंशन पर देय होगी । सेवा से पदच्युत या सेवा से हटाए गए कर्मचारियों को स्वीकार किए गए अनुकंपा भत्ता पर भी महंगाई राहत की पात्रता होगी तथा परिवार पेंशन तथा असाधारण पेंशन प्राप्त करने वाले पेंशनरों को भी महंगाई राहत दी जाएगी। यदि किसी व्यक्ति को उसके पति/पत्नी की मृत्यु के कारण अनुकंपा के आधार पर सेवा में रखा गया है तो ऐसे मामलों में परिवार पेंशन पर महंगाई राहत की पात्रता नहीं होगी। लेकिन यदि पति/पत्नी की मृत्यु के समय वह सेवा में हैं तो पति/पत्नी की मृत्यु के कारण देय परिवार पेंशन पर उसे महंगाई राहत की पात्रता होगी। ऐसे पेंशनरों, जिन्होंने अपनी पेंशन का एक भाग सारांशीकृत कराया है, उन्हें महंगाई राहत उनकी मूल पेंशन पर देय होगी। आदेश उन सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर भी लागू होंगे जिन्होंने उपक्रमों/स्वशासी संस्थानों /मंडलों/ निगमों आदि में संविलियन पर एकमुश्त राशि आहरित की है और जो पेंशन के एक तिहाई हिस्से के प्रत्यावर्तन के पात्र हो गए हैं।