मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे दिन विपक्ष ने मंत्री विजय शाह की बर्खास्तगी की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि कहा कि मुख्यमंत्री को सेना का अपमान करने वाले मंत्री को तत्काल पद से हटाना चाहिए।
इसपर जवाब देते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि फिर कांग्रेस ने सदन को राजनीति का अड्डा बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि गैस पीड़ितों से संबंधित प्रश्न पर हंगामा कर उन्होंने अपनी असंवेदनशीलता का परिचय दिया है और जब कोई मामला कोर्ट में लंबित है तो उसपर सदन में चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है।
उमंग सिंघार ने की विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग
विधानसभा में कांग्रेस ने मंत्री विजय शाह की बर्खास्तगी की मांग की मांग की और इसे लेकर जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बीजेपी हर मोर्चे पर फेल रही है इसलिए विषय बदलती है। उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह विजय शाह ने सेना का अपमान किया है..उसे सारे देश ने देखा है। हम उन्हें बर्खास्त करने की मांग करते हैं लेकिन मुख्यमंत्री का देशप्रेम नहीं है मंत्री प्रेम है और उन्हें कैसे भी अपने मंत्री को बचाना है।’
विश्वास सारंग का पलटवार
इसके जवाब में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए इसपर सदन में चर्चा का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा वो सेना की वीरता पर सवाल उठाते है। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेसी लगातार लोकसभा में लगातार सेना का अपमान कर रही है। पाकिस्तान और चीन की भाषा बोलकर सेना को हतोत्साहित कर रही है। सही मायने में तो कांग्रेस को सेना से माफी मांगनी चाहिए।’ विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस देश को तोड़ने का काम करती है और सेना का अपमान करने के लिए उसे पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।





