Adipurush Controversy : बदल गए ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग, अब ‘जलेगी तेरे बाप की’ के स्थान पर हुआ ये…

Adipurush Recovered Budget

Adipurush Dialogue Controversy : आदिपुरुष फिल्म के रिलीज होते ही उसके डायलॉग्स को लेकर कोहराम मच गया। रामायण पर आधारित फिल्म में हनुमान जी द्वारा टपोरी भाषा के इस्तेमाल से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और हर स्तर पर इसकी आलोचना हुई। इसके बाद मेकर्स ने फिल्म के कुछ डायलॉग्स को बदलने का फैसला लिया। अब आपत्तिजनक डायलॉग्स बदल दिए गए हैं और 20 जून से सिनेमाघरों में इन बदले हुए संवादों के साथ फिल्म दिखाई जा रही है।

ये है नया संवाद

‘कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, जलेगी भी तेरे बाप की’ मनोज मुंतशिर के इस डायलॉग पर खास तौर पर खूब विवाद उठा। इसके बाद इसे बदल दिया गया है और ‘बाप की’ के स्थान पर ‘लंका’ कर दिया गया है। इस बदलाव के बाद नया डायलॉग कुछ यूं है ‘कपड़ा तेरी लंका का, तेल तेरी लंका का, आग भी तेरी लंका की और जलेगी भी तेरी लंका की।’ लेकिन यहां नई डबिंग सिर्फ सुनाई दे रही है..क्योंकि हनुमानजी के किरदार की लिप्सिंग इससे बिल्कुल मेल नहीं खा रही है। लिप्सिंग में वो ‘बाप की’ कहते ही दिखाई पड़ रहे हैं और सिर्फ जब करके ऑडियो बदला गया है। इस तरह इस बदलाव के बाद भी डबिंग और लिप्सिगं के मेल न खाने के कारण वो प्रभावशाली नजर नहीं आ रहा।

फिल्म के पांच सबसे विवादित डायलॉग

यूं तो फिल्म में कई बातों पर दर्शकों ने आपत्ति जताई है जिसमें काले रंग की लंका, किरदारों का गेटअप सहित कई बातें हैं लेकिन हम आपको बताने जा रहे हैं वो पांच डायलॉग्स..जिनपर खूब विवाद हुआ। इसमें पहले नंबर पर है वो संवाद जब हनुमानजी इंद्रजीत से कहते हैं ‘कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की।’ इसके बाद दूसरे नंबर पर है जहां रावण का एक सैनिक हनुमानजी को अशोक वाटिका में देखकर कहता है कि ‘तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया।’ तीसरे नंबर पर हनुमानजी कहते सुनाई देते हैं ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे।’ चौथे नंबर पर इंद्रजीत लक्ष्मण पर वार करने के बाद कहता है ‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेषनाग को लंबा कर दिया, अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है’ और पांचवे नंबर पर एक विभीषण रावण से कहते हैं ‘भैया आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं।’

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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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