भोपाल। भोपाल। मध्यप्रदेश की सियासी पिच पर दोनों दलों के खिलाड़ी चौके छक्के लगाने उतरे हैं। किसी की पारी हिट रही तो कहीं किसी को वोटों के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। कांग्रेस के पास खोनों को कुछ नहीं है उसका सब कुछ इस बार दांव पर लगा है। वहीं, भाजपा को डर सता रहा है कहीं चौथी बार उसके हाथ से सत्ता फिसल न जाए। इसलिए पिछले 24 घंटों में भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एमपी विधानसभा चुनाव में जनसभाओं और रोड शो में पूरी ताकत झोंक दी। लेकिन इसके बाद भी भाजपा के हाथ निराशा लगी है। वहीं राहुल गांधी खुश नजर आ रहे हैं।
दरअसल, दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने चुनाव परिणामों के फीडबैक पर गंभीर चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश से मिल रहे फीडबैक के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बेहद खुश हैं, जबकि भाजपा अध्यक्ष अमिथ शाह चिंतित जरूर हैं, लेकिन हताश नहीं है। शाह ने प्रदेश में कमजोर 15 सीटों के परिणामों को अपने पक्ष में करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। राहुल गांधी ने शुक्रवार को भोपाल विमाल तल पर ही कांग्रेस नेताओं के साथ चुनाव का फीडबैक लिया। जिसमें आंकलन किया गया कि कांग्रेस को 120 से अधिक सीट मिल सकती हैं।
दूसरी ओर अमित शाह ने भाजपा नेताओं और संघ की ओर से मिले फीडबैक को अपनी सर्वे एजेंसियों के फीडबैक से मिलान करने के बाद नतीजा निकाला है कि प्रदेश में भाजपा 105 सीटों पर आसानी से जीत हासिल कर रही है। सूत्रों का कहना है कि राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने मध्यप्रदेश की ऐसी 15 सीटों पर फोकस किया है जिनहें भाजपा के लिए कमजोर माना जा रहा है। वे इन सीटों पर भाजपा की जीत सुनिश्चित कर चौथी बार सरकार बनाने के मिशन में लग गए हैं।