भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी (Mamta Banarjee) को राज्य में कानून और व्यवस्था का राज चलाने की सलाह दी है। ममता ने इसके जवाब में कहा कि पिछले तीन माह से राज्य की कानून व्यवस्था चुनाव आयोग (Election Commission) के हाथ थी।
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ममता बनर्जी ने आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ली। ममता ने शपथ अकेले ली, उनके साथ किसी अन्य मंत्री ने भी शपथ नहीं ली है। संक्षिप्त शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सलाह देते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था का राज होना चाहिए। उन्होने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी छोटी बहन ममता बनर्जी संविधान के अनुसार राज करेंगी। मुझे यह भी उम्मीद है कि ममता संविधान के हिसाब से चलेंगी और लोकतंत्र के लिए हिंसा ठीक नहीं है। इसपर जवाब देते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि अभी तक राज्य की कानून व्यवस्था चुनाव आयोग के हाथ में थी और चुनाव आयोग ने पिछले तीन महीने में कई पुलिस अधिकारियों को बदल दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि मैं आज ही इन सारे अधिकारियों को दोबारा पुरानी जगह पर पदस्थापना के आदेश दूंगी। हिंसा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं होगी। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी और यही हमारी प्राथमिकता है। ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में काफी फेरबदल किए गए थे। खुद ममता बनर्जी के सुरक्षा अधिकारी तक को बदल दिया गया था। संभवत: यह पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के बाद राज्यपाल ने इस तरह की नसीहत मुख्यमंत्री को दी हो। लेकिन ममता ने भी तुरंत उसका पलटवार करते हुए जवाब दे दिया। यह भी प्रासंगिक है कि जिस समय ममता शपथ ले रही थी ठीक उसी समय पूरे देश में बीजेपी पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में अलग-अलग जगह पर विरोध कर रही थी। खुद पश्चिम बंगाल के प्रदेश बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद रहे।