MP Breaking News
Sun, Dec 21, 2025

जबलपुर भाजपा महानगर अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कमलनाथ ने साधा निशाना, कहा ‘बीजेपी चुनाव की रणनीति नहीं, आपसी रण की नीति पर चल पड़ी है’

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
Last Updated:
जबलपुर भाजपा महानगर अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कमलनाथ ने साधा निशाना, कहा ‘बीजेपी चुनाव की रणनीति नहीं, आपसी रण की नीति पर चल पड़ी है’

OBC Reservation

मध्य प्रदेश चुनाव 2023 के लिए बिसात बिछ चुकी है और दोनों ही प्रमुख पार्टी बीजेपी व कांग्रेस अपनी अपनी जीत के दावे कर रही है। लेकिन इसी बीच दोनों ही दलों में भीतरी उठापटक, अंतर्कलह, विवाद और मतभेद के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। इसे लेकर दोनों ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगा रहे हैं। अब जबलपुर में भाजपा महानगर अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कमनलाथ ने उसपर निशाना साधा है।

जबलपुर भाजपा महानगर अध्यक्ष का इस्तीफा

केंद्रीय मंत्री अमित शाह की जबलपुर में मैराथन बैठक के एक दिन बाद ही पार्टी को करारा झटका लगा। भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और  प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को सूचित करने के बाद इसकी घोषणा उन्होने एक प्रेस कांफ्रेंस करके दी। माना जा रहा है कि पिछले दिनों बीजेपी के संभागीय दफ्तर में तोड़फोड़ के मामले के लिए उन्हें जिम्मेदार माना गया था और आलाकमान से इसकी शिकायत भी की गई थी। प्रभात साहू जबलरपुर उत्तर विधानसभा सीट से टिकट चाहते थे और उम्मीदवार नहीं बनाए जाने को लेकर भी नाराज चल रहे थे। 

कमलनाथ ने साधा निशाना

इस इस्तीफे के बाद कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘भाजपा के रणनीतिकार अपने ही चक्रव्यूह में फंस गए हैं। भाजपा के दिल्ली दरबार और दरी बिछाने वाले कार्यकर्ताओं में जंग छिड़ी है। यही वजह है कि जबलपुर में एक तरफ भाजपा नेता अमित शाह बड़ी-बड़ी रणनीति और संगठन की बातें करते रहे तो दूसरी तरफ वहीं के भाजपा महानगर अध्यक्ष ने पार्टी में लगातार हो रहे अपमान के कारण पद से इस्तीफा दे दिया। यह हाल अकेले जबलपुर का नहीं है, पूरे मध्य प्रदेश में भाजपा में इस बात पर रोष है कि प्रदेश में क्या सारे नेता अक्षम हो गए हैं जो दिल्ली उनके ऊपर थोपी जा रही है। मध्य प्रदेश में भाजपा अब सिर्फ भाषणों और विज्ञापनों में बची है, वह चुनाव लड़ने की रणनीति पर नहीं, बल्कि आपसी रण की नीति पर चल पड़ी है।’ इस तरह बीजेपी को घेरते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा है कि वहां कार्यकर्ताओं और पुराने नेताओं की अनदेखी हो रही है और इस कारण उसके अपने लोग नाराज चल रहे हैं।