कोरोना संक्रमण (corona infection) के चलते किसानों को हो रही आर्थिक तंगी (financial crises) के मद्देनजर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) में प्रीमियम ( premium) जमा करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल (Agriculture and Farmers Welfare Minister Kamal Patel) ने प्रदेश के किसानों (farmers) से बढ़ी हुई तारीख का लाभ उठाकर शीघ्र फसल बीमा कराने की अपील की है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने बताया कि कोरोना वायरस (corona virus) के चलते किसानों को फसल बीमा योजना का प्रीमियम जमा करने में कठिनाई हो रही थी, जिसको देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने किसानों के हित में तारीख बढ़ाने का निर्णय लिया। मंत्री कमल पटेल ने बताया कि फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिए प्रदेश को एग्रो क्लाईमेट जोन (agro climate zone) के आधार पर 11 क्लस्टर में बांटकर बीमा कंपनियों से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने बताया कि किसानों के लाभ और रिस्क कवरेज के लिए सरप्लस शेयरिंग मॉडल (surplus sharing model) के आधार पर चौथी बार निविदा आमंत्रित की गई है।
स्केल ऑफ फाइनेंस के रिस्क कवरेज के प्रतिशत को किया गया 100
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने कहा कि पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार (Former Kamalnath Government) के स्केल ऑफ फाइनेंस (Scale of finance ) के रिस्क कवरेज प्रतिशत को 75 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत कर दिया गया है, इससे किसानों को 1000 से 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का रिस्क कवरेज मिलेगा। मंत्री कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश में खरीफ बोनी रकबा पिछले साल से 15.59 लाख हेक्टेयर अधिक 141.30 लाख हेक्टेयर है, किसान तय तारीख तक प्रीमियम जमा कर फसल बीमा करा लें, जिससे उन्हें पर्याप्त लाभ मिल सके।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने नहीं किया गया था प्रीमियम राशि का भुगतान
कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा 2018-19 की फसल बीमा की प्रीमियम राशि 2,200 करोड़ का भुगतान नहीं किया गया था, जिसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकार में आते ही स्वीकृत कर जमा कराया, जिससे 16 लाख किसानों को 3,100 करोड़ का फसल बीमा प्राप्त हुआ है। कमल पटेल ने बताया कि 2019- 2020 की फसल बीमा राशि का भुगतान शीघ्र किया जाएगा, प्रदेश के किसानों को 4, 500 करोड़ से अधिक बीमा राशि प्राप्त होगी।
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Gaurav Sharma
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इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।