इस कंट्रोल रूम से रखी जाएगी मध्यप्रदेश की सभी गर्भवती महिलाओं पर नज़र

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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में इस तरह जच्चा और बच्चा की मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं, इन्हें बढ़ते आंकड़ों को रोकने के लिए एनएचएम एक प्रदेश स्तरीय कंट्रोल रूम (Control room) शुरू करने जा रहा है, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहां एक ऐसा कंट्रोल रूम खुल रहा है जहां न केवल गर्भवती महिलाओं (Pregnant women) की परेशानियों को दूर किया जाएगा बल्कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य का पूरा डाटा भी रखा जाएगा।

प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर देखा गया है कि महिलाओं में खून ओर कैल्शियम की कमी हो जाती है।  गर्भवती महिलाओं को हाई बीपी, शुगर, बॉडी पैन,मोटापा,डिप्रेशन जैसी बहुत सारी गंभीर बीमारियां भी हो जाती है, ऐसी बहुत सारी महिलाएं होती हैं जिन्हें बहुत सारी बीमारियां घेर लेती हैं और जो प्रेग्नेंसी के दौरान हाईरिस्क जोन में आती है, जिस वजह से गर्भवती महिलाओं की प्रसव के दौरान या डिलेवरी के 24 घंटे के अंदर ही मौत हो जाती है, इतना ही नहीं इस तरह की हाईरिस्क गर्भ वाली मां से जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं की मौत भी जन्म लेते ही या जन्म के 1 हफ्ते या कभी कभी 1 महीने के भीतर हो जातीं हैं।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)