भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस के घोषित एक दर्जन से ज्यादा प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है। इस क्रम में हाल ही में घोषित भिंड एवं खजुराहो सीट के प्रत्याशियों का भी विरोध हो रहा है। भिंड में जहां देवाशीष जरारिया को प्रत्याशी बनाए जाने से कांग्रेस नेता खफा हैं, वहीं खजुराहो में भाजपा के वीडी शर्मा को बाहरी बताकर विरोध हो रहा है। कटनी में कुछ भाजपा नेताओं ने इस्तीफे भी दे दिए हैं। इससे पहले, टीकमगढ़, बालाघाट, सीधी, मंदसौर, मुरैना में भी भारी विरोध सामने आ चूका है|
भाजपा ने खजुराहो से भाजपा के प्रदेश महामंत्री वीडी शर्मा और रतलाम-झाबुआ सीट पर विधायक जीएस डामोर को प्रत्याशी बनाया है। धार में सांसद सावित्री ठाकुर का टिकट काटकर छतरसिंह दरबार को उम्मीदवार बनाया है। रतलाम में भाजपा के पास अन्य कोई नेता नहीं था, ऐसे में सरकारी सेवा से रिटायर्ड होकर विधायक बने जीएस डामौर को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।
उपचुनाव में भी चला था डामौर का नाम
2016 में झाबुआ में हुए लोकसभा उपचुनाव के दौरान भी जीएस डामौर का नाम भाजपा से चला था। जब डामौर पीएचई के ईएनसी थे। शिवराज सरकार ने डामौर को 1 साल का एक्सटेंशन देने की तैयारी की थी, लेकिन डामौर की सीआर रिपोर्ट सही नहीं होने की वजह से उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिल पाया। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन की और टिकट लेकर विध्रायक चुने गए। डामौर की संघ में गहरी पैठ है।
डामौर पर हैं भ्रष्टाचार के आरोप
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के प्रमुख अभियंता रहे जीएस डामौर पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगे हैं। उनके खिलाफ लोकायुक्त में भ्रष्टाचार के मामले में जांच चल रही है। लोकायुक्त ने डामौर के विधायक बनने के बाद यह केस दर्ज किया था। इस मामले में 40 अन्य भी आरोपी हैं।