हड़ताली संविदा स्वास्थ्यकर्मियों से मिले अरूण यादव, कांग्रेस की सरकार बनने पर मांगें पूरी करने का वादा

Arun Yadav met the striking samvida health workers : मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री अरूण यादव तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को भोपाल में हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होने उनकी मांगों को सुना और उनकी पीड़ा साझा की। कांग्रेस ने कहा कि कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर लोगों का जीवन बचाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मध्यप्रदेश सरकार का ये रवैया बेहद आपत्तिजनक है। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इनकी मांगों को पूरा किया जाएगा।

इस अवसर पर मीडिया से चर्चा करते हुए अरूण यादव ने कहा कि ये स्वास्थ्यकर्मी पिछले 12 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं और सरकार इनकी बात सुनने के बजाय इन्हें लाठी मार रही है। ये वही कर्मचारी हैं जिन्होंने कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान पर खेलकर मरीजों की सेवा की और उनका जीवन बचाया। अरूण यादव ने कहा कि भाजपा सरकार मुंगेरीलाल के सपने दिखाती है। 2013 और 2018 के चुनाव के दौरान भी इनके घोषणा पत्र में इन कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का जिक्र किया गया था, लेकिन सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया।

अरूण यादव ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और वहां CHO स्वाथ्यकर्मियों को नियमित किया जा चुका है। इसके साथ ही उड़ीसा में भी सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों की बात मानी है। मध्यप्रदेश में भी हम इन्हें आश्वस्त करते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर इनकी मांगों को प्राथमिकता से पूरा करेंगे और इनका नियमितीकरण करेंगे। उन्होने कहा कि हमने विधानसभा पटल पर भी स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों को रखा था। इस दौरान म.प्र. सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा, राजकुमार पटेल, प्रदेश कांग्रेस महासचिव रवि सक्सेना, अब्बास हफीज मीडिया उपाध्यक्ष, संगीता शर्मा मीडिया उपाध्यक्ष, युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक त्रिपाठी, प्रवक्ता अवनीश बुन्देला मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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