भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की वापसी 15 साल बाद हुई है। कांग्रेस में सालों बाद खुशी की लहर है। मंगलवार को दो अभूतपूर्व मुख्यमंत्रियों ने मुलाकात की। बाबूलाल गौर और दिग्विजय सिंह दोनों ही बहुत गर्मजोशी से मिलते दिखे। सिंह ने गौर के पोते से कहा कि तुम्हारे दादा हीरा हैं।
मंगलवार की दोहपर अभूतपूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बाबूलाल गौर से उनके राजधानी स्थित बंगले पर मिलने पहुंचे। गौर ने गले लगाकर सिंह का स्वागत किया। सिंह ने गौर से गले मिलते हुए कहा कि यह दो अभूतपूर्व सीएम की मुलाकात है। गौर ने सिंह से अपने पोते की मुलाकात करवाई। पोते को देखते ही सिंह बोले अरे यह तो बहुत हैंडसम है। इसके बाद उन्होंने पोते से कहा कि तुम्हारे दादा हीरा हैं।
गौर ने इस मुलाकात को आंदोलनकारियों की मुलाकात बताया। दोनों पूर्व सीएम की मुलाकात के बाद सिंह ने गौर के साथ दोपहर का खाना भी खाया। यह लन्च गौर के पोते की पत्नी ने तैयार किया था। सिंह ने खाने की सराहना करते हुए कहा कि मुझे कृष्णा ने खाना नहीं खिलाया। गौर साहब के पोते की पत्नी ने स्वादिष्ट खाना बनाया। हम दोनों ही पोते की शादी में नेचे थे। अब छोटे पोते की शादी में भी नाचेंगे। इसके बाद गौर ने सिंह को जय श्रीराम कहते हुए विदा किया। लेकिन सिंह ने उसी समय तंज सकते हुए कहा कि बीजेपी के लोग सीता छोड़ देते है और जय श्री राम कहते है और हम दोनों को साथ रखते हैं इसलिए जय सिया राम बोलते है।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक आरिफ अकील ने भी गौर से मुलाकात की थी और चुनाव परिणाम से पहले ही जीत की बधाई दी थी। गौर की बधाई काम आ गई और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई। भाजपा के कद्दावर नेता की कंग्रेस नेताओं से नजदीकी सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है, कमलनाथ के शपथ समारोह में भी गौर ने मंच साझा किया था, उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कैलाश जोशी भी मौजूद रहे थे।