भोपाल/बेंगलुरु। मध्य प्रदेश में जारी सियासी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार सुबह मामले में नया मोड़ आ गया। बेंगलुरु के एक रिसोर्ट में रुके कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बेंगलुरु पहुंचे। विधायकों से मिलने से रोके जाने पर दिग्विजय धरने पर बैठ गए। इसके बाद बिना परमिशन के धरने पर बैठने के कारण दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिग्विजय ने कहा है कि हम इसका गांधीवादी तरीके से विरोध करेंगे, अब वे थाने में भूख हड़ताल करेंगे।
दिग्विजय सिंह के साथ में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया प्रदेश, वित्त मंत्री तरुण भनोत, सज्जन सिंह वर्मा, हर्ष यादव, सचिन यादव व कुणाल चौधरी, आरिफ मसूद भी पहुंचे हैं। पुलिस ने रमाडा होटल से 5 किलोमीटर दूर दिग्विजय सिंह को रोक लिया। पुलिस द्वारा विधायकों से मिलने से रोके जाने पर दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेताओं का सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से विवाद हुआ। कांग्रेस के बागी विधायकों से मिलने पर अड़े दिग्विजय सिंह वहीं धरने पर बैठ गए। दिग्विजय सिंह के बेंगलुरु में रिसोर्ट पहुंचने की खबर लगते ही पुलिस के आला अधिकारी भी होटल पहुंच गए। यहां से पुलिस ने दिग्विजय सिंह समेत कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मेरे पास हाथ में ना बम है, ना पिस्तौल और ही ना हथियार
मीडिया से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि पुलिस हमें विधायकों से मिलने नहीं दे रही है। मैं मध्य प्रदेश का राज्यसभा उम्मीदवार हूं। 26 तारीख को राज्यसभा चुनाव के लिए विधानसभा में वोटिंग होनी है। हमारे विधायकों को यहां होटल में बंधक बनाकर रखा गया है। वे हमसे बात करना चाहते हैं, लेकिन उनके मोबाइल छीन लिए गए। विधायकों की जान को खतरा है। मेरे पास हाथ में ना बम है, ना पिस्तौल है और ना हथियार है। फिर भी पुलिस मुझे क्यों रोक रही है।
पांच विधायकों से मेरा संपर्क
दिग्विजय सिंह ने पुलिस हिरासत में कहा कि हम अपने विधायकों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा 5 विधायकों से संपर्क हुआ है, उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है, दबाव में उनसे बयान दिलवाए जा रहे है। उनके मोबाइल फोन भी छीन लिए गए हैं। होटल के अंदर हर रूम के बाहर पुलिस को तैनात किया गया है। हमेशा उन पर नजर रखी जा रही है।
विधायकों को बीजेपी से डर
दिग्विजय ने कहा कि बेंगलुरु में तो BJP की सरकार है। यहाँ की पुलिस BJP सरकार के अधीन है। मैं यहाँ गांधीवादी तरीक़े से अपने विधायकों से मिलने आया हूँ।मुझे तो BJP के राज में भी, उनकी पुलिस के बीच भी डर नहीं लग रहा है। लेकिन BJP नेता कह रहे हैं कि विधायकों को डर है। तो डर किससे है?खुद BJP से न?।
अनशन की घोषणा
दिग्विजय ने कहा कि बेंगलुरु पुलिस का कहना है कि हमारे जो विधायक यहाँ हैं, उनकी privacy के चलते हम उनसे नहीं मिल सकते हैं।निगरानी के लिए पुलिस 24 घंटे उनपर नज़र रखे है। प्राइवेसी की रक्षा का ये ग़ज़ब उदाहरण है!हर संवैधानिक अधिकार, हर संवैधानिक व्यवस्था की स्वार्थी व्याख्या BJP से सीखें।कर्नाटक पुलिस हमें स्थानीय DCP ऑफ़िस लायी है।हमारी माँग है कि BJP की क़ैद में रह रहे हमारे विधायकों से हमें मिलने दिया जाए। जब तक हमारी मुलाक़ात अपने विधायकों से नहीं होगी, मैं अनशन की घोषणा करता हूँ।हमारे देश में लोकतंत्र है, डिक्टेटरशिप नहीं।
शक्तियों का दुरुपयोग कर रही बीजेपी-शिवकुमार
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है। हमारी अपनी राजनीतिक रणनीति है, हमें पता है कि स्थिति को कैसे संभाला जाता है। दिग्विजय सिंह यहां अकेले नहीं है, मैं यहां हूं। मुझे पता है कि उनका समर्थन कैसे किया जाए। लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि यहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़े।
इससे पहले जीतू पटवारी समेत कमलनाथ सरकार के 4 मंत्री बागी विधायकों से मिलने की कोशिश कर चुके हैं। तब पुलिस ने पटवारी समेत अन्य मंत्रियों को रिसॉर्ट के बाहर ही रोक दिया था। इस पर उनकी पुलिस से झड़प भी हुई थी, जिसके बाद सभी मंत्रियों को हिरासत में ले लिया गया था।