सावधान! वाट्सअप पर आया शादी का कार्ड खाली कर सकता है आपका बैंक अकाउंट, जानिए साइबर फ्रॉड का ये नया तरीका

किसी की शादी कहीं आपकी बर्बादी न बन जाए। और यहां तो असली शादी है भी नहीं..सिर्फ शादी का कार्ड है वो भी आपके फोन को हैक करने के लिए भेजा जा रहा है। हमारे यहां शादी का सीज़न शुरु हुआ है और साइबर अपराधियों के लिए धोखाधड़ी के नए तरीके का। इसीलिए अगर आपके पास भी किसी अनजान नंबर से शादी के कार्ड के नाम पर कोई लिंक आता है तो उसे ओपन न करें, वरना आपके साथ गहरी जालसाज़ी हो सकती है।

Cyber Fraud WhatsApp

WhatsApp Wedding Card Scam : क्या आपके वाट्सअप पर भी शादी का कार्ड आया है ? क्या आपके पास किसी ऐसे नंबर से विवाह निमंत्रण आया है जो आपके फोन में सेव नहीं है या फिर अनजान है। अगर ऐसा है तो इस वेडिंग इनविटेशन कार्ड को ओपन करने से पहले ज़रा सतर्क हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि इसपर क्लिक करते से ही आपके मोबाइल फोन का डेटा किसी और के पास चला जाए।

इनदिनों साइबर फ्राड और ऑनलाइन धोखाधड़ी के नए नए तरीके ईजाद हो रहे हैं। स्कैमर्स इंटरनेट का उपयोग करके आपको अपने जाल में फंसा लेते हैं और जब तक आप कुछ समझ पाएं, वो आपकी व्यक्तिगत, वित्तीय या संवेदनशील जानकारी चोरी कर लेते हैं। फिशिंग, स्पैम, मैलवेयर अटैक, सोशल इंजीनियरिंग, डिजिटल अरेस्ट जैसे पचासों तरीकें हैं जिनके जरिए ये ठग आपको धोखा देने के लिए तैयार बैठे हैं।

शादी के मौसम में स्कैमर्स का नया जाल

हमारे यहां शादियों का मौसम शुरु हो चुका है और एक अनुमान के मुताबिक 12 नवंबर से 16 दिसंबर के बीच लगभग अड़तालीस लाख शादी होने जा रही हैं। ज़ाहिर तौर पर शादी होंगी तो उसके लिए निमंत्रण पत्र भी भेजे जाएंगे। इन दिनों घर-घर जाकर शादी के कार्ड बांटना थोड़ा मुश्किल हो गया है इसलिए वाट्सअप पर इनविटेश भेजना आम चलन हो गया है। अब मेज़बान और मेहमान दोनों इसमें अधिक सुविधा महसूस करते हैं। इसीलिए वाट्सअप पर शादी के कार्ड आना अब आम बात हो गई है।

डिजिटल शादी कार्ड से Cyber fraud

कहीं ये शादी के कार्ड आपके बैंक अकाउंट को खाली न कर दे। इसीलिए किसी भी अनजान नंबर से आए कार्ड को खोलने से पहले अच्छी तरह से जाँच लें। दरअसल व्हाट्सएप पर शादी के कार्ड के माध्यम से साइबर ठगी का नया तरीका सामने आया है। इसमे स्कैमर्स लोगों को डिजिटल शादी कार्ड के लिंक भेजकर उनके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर रहे हैं। इस मैलवेयर के जरिए व्यक्तिगत जानकारी जैसे चोरी हो रही हैं, जिसमें आपकी बैंक डिटेल्स सहित फोन में उपलब्ध सारी इन्फॉर्मेशन शामिल है। यह विशेष रूप से APK फाइल्स के रूप में आता है। साइबर पुलिस ने इस तरह की ठगी से सतर्क रहने की सलाह दी है

साइबर अपराधी भारत में शादियों के मौसम का फायदा उठाकर नया जाल फैला रहे हैं। अब व्हाट्सएप पर डिजिटल शादी कार्ड के नाम पर लिंक भेजे जा रहे हैं, जिनमें अक्सर मैलवेयर या फिशिंग स्क्रिप्ट होती है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है, उसके डिवाइस में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है जिससे उसकी बैंकिंग डिटेल्स और अन्य व्यक्तिगत जानकारी चोरी होने का खतरा बढ़ जाता है।

कैसे काम करता है ये स्कैम?

1. डिजिटल निमंत्रण भेजना : स्कैमर्स शादी का निमंत्रण देने का दिखावा करते हैं और इसे आकर्षक बनाने के लिए कार्ड का डिज़ाइन पेश करते हैं।
2. मैलवेयर इंस्टॉल करना : जैसे ही आप लिंक खोलते हैं, यह मैलवेयर आपके फोन में इंस्टॉल हो सकता है।
3. डाटा चोरी:  यह मैलवेयर आपके बैंकिंग एप्स और पासवर्ड्स तक पहुंच सकता है।

ऑनलाइन धोखाधड़ी से इस तरह बचें

* अनजान या संदिग्ध लिंक को न खोलें।
* डिजिटल कार्ड के रूप में आई APK फाइल्स या बेनाम फाइल्स को इंस्टॉल करने से बचें।
* किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले स्रोत की प्रामाणिकता सुनिश्चित करें।
* साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) या स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।

किसी भी तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा अपने फोन और कंप्यूटर में जटिल और अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें। दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग ज़रूर करें। किसी भी संदिग्ध लिंक को न खोलें, अनजान ईमेल, मैसेज या लिंक से बचें। अपने डिवाइस को मैलवेयर से सुरक्षित रखने के लिए एंटीवायरस का उपयोग करें। किसी के साथ भी अपनी वित्तीय जानकारी साझा न करें। सोशल मीडिया या अज्ञात वेबसाइट्स पर संवेदनशील जानकारी न दें। अपना पासवर्ड किसी को न बताएं न ही अपना फ़ोन किसी अनजान व्यक्ति को इस्तेाल करने को दें। अपने डिवाइस और ऐप्स को नियमित रूप से अपडेट करें और ओरिजनल वेबसाइट का ही उपयोग करें। अगर आपके साथ साइबर क्राइम होता है तो पुलिस से संपर्क करने में बिलकुल न हिचकिचाएं। याद रखिए कि सतर्कता और जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का सबसे अच्छा तरीका है इसलिए अगर कुछ भी संदिग्ध लग रहा है तो अपने आसपास के लोगों से बात करें और एक्सपर्ट की सलाह लें।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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