Journalist Kuldeep Singerolia Arrest Case : भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया की गिरफ्तारी के मामले में कटारा हिल्स थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शन के लिए जुटे पत्रकारों ने टीआई को सस्पेंड करने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की और कुलदीप की तुरंत रिहाई की मांग की है। इस मामले में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने मांग की है कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विधानसभा में एक्ट लाया जाना चाहिए।
आज राजधानी के पत्रकार बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के साथ थाने पहुंचे और टीआई की कार्रवाई को करार दिया। इनका आरोप है कि लगाया कि कुलदीप सिंगरोलिया के खिलाफ कटारा हिल्स थाने में दर्ज अड़ीबाजी की FIR पूरी तरह से मनगढ़ंत है और इसे पुलिस की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई बताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल सीपी अवधेश गोस्वामी ने जांच के आदेश जारी किए हैं।

क्या है मामला
सोमवार रात कटारा हिल्स पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप सिंगरोलिया को एक कथित एक्सीडेंट और अड़ीबाजी के मामले में गिरफ्तार किया था। पुलिस का दावा है कि यह कार्रवाई एक सफेद बोलैरो गाड़ी से जुड़े हादसे के बाद हुई। हालांकि, पत्रकारों का कहना है कि यह गाड़ी न तो कुलदीप की है और न ही वे घटना के समय उसमें मौजूद थे। इसके बावजूद पुलिस ने गैर-जमानती और गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की।
पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन
इस मामले में आज भोपाल के पत्रकारों ने बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल के साथ कटारा हिल्स थाने में पहुंचकर ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पत्रकारों ने दावा किया कि FIR दर्ज कराने वाले शेख अकील की शिकायत के बाद पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल के उन्हें नामजद कर दिया। उनका कहना है कि कुलदीप और शेख अकील के बीच कोई व्यक्तिगत जान-पहचान भी नहीं है।
टीआई को सस्पेंड करने की मांग, जांच के आदेश
विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों ने कटारा हिल्स थाने में धरना दिया और ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाकर अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने जमकर नारेबाजी की और कुलदीप सिंगरोलिया को तुरंत रिहा करने की मांग की। मामले की गंभीरता देखते हुए फ़िलहाल टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है लेकिन पत्रकार उन्हें सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं। मामले को लेकर एडिशनल सीपी अवधेश गोस्वामी ने जांच के आदेश भी दिए हैं।
हेमंत कटारे ने की पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक्ट लाने की मांग
वहीं, इस मामले के बाद पत्रकारों के समर्थन में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने इसे पुलिस की षड्यंत्रपूर्ण कार्रवाई बताया और उनकी तुरंत रिहाई की मांग की। उन्होंने इसे दुखद कार्रवाई बताते हुए कहा कि उनके ऊपर दर्ज एफआईआर निरस्त की जाए और किसके दबाव में ये कार्रवाई की गई है, इसका खुलासा होना चाहिए। हेमंत कटारे ने कहा कि पत्रकारों के प्रोटेकेशन के लिए विधानसभा में एक्ट लाया जाना चाहिए जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और कोई उन्हें किसी झूठे प्रकरण में न फंसा सके।