भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सरकारी स्कूलों (Government School) में शिक्षक (Teacher) बनने की राह देख रहे उम्मीदवारों को बड़ा झटका लगा है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शिक्षक वर्ग-1 और शिक्षक वर्ग-2 के 30 हजार से ज्यादा पदों पर चयनित शिक्षकों (MP Teachers Recruitment) की भर्ती फिर अधर में लटक गई है। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालयों पर बोर्ड लगा दिए गए है कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश के बाद भर्ती स्थगित की गई है, जल्द ही नई सूचना जारी की जाएगी।हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी बातों का खंडन किया है और ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी है।
दरअसल, मुख्यमंत्री (Shivraj Singh Chauhan) के ऐलान और मप्र शासन (MP Government) से मिले निर्देश के बाद स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चयनिति शिक्षकों को लेकर तैयारिया शुरु हो गई थी, वही सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश भेजे गए थे कि दो दिन के अंदर यानी 20 सितंबर तक सभी चयनित शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए। जिससे उम्मीदवारों में खुशी की लहर थी और नियुक्ति की उम्मीद बंध गई थी, लेकिन आज मंगलवार को फिर उम्मीदवारों को बड़ा झटका लगा है और शिक्षक भर्ती अधर में लटक गई है।इधर, मध्य प्रदेश के जनसंपर्क ने सभी आदेशों और निर्देशों का खंडन किया है और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ना कोई आदेश निकालने और ना ही निरस्त करने की बात कही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और विभाग के अधिकारियों के बीच चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ( MP School Education minister inder Singh parmar) ने कहा कि जबलपुर हाईकोर्ट ने 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं। हम उसकी समीक्षा कर रहे हैं। अध्ययन के बाद आदेश जारी करेंगे। अभी चयनित शिक्षकों को जॉइनिंग के बाद ट्रेनिंग किस तरीके दी जाएगी उसकी तैयारियां चल रही है।
सरकारी स्कूलों (Government School) के लिए शिक्षक वर्ग-1 और शिक्षक वर्ग-2 के 30 हजार से ज्यादा पदों पर चयनित शिक्षकों की भर्ती को लेकर सभी जिलों के जिला शिक्षा कार्यालय में अलग-अलग नोटिस लग गए है। किसी ने लिखा कि तकनीकी खामियों के कारण पोस्टिंग रोकी गई है तो कहीं लिखा गया कि अधिकारियों के निर्देश पर इसे टाला जा रहा है। जल्द ही अगली सूचना दी जाएगी। पोस्टिंग अटकने के बाद इसके बाद मंत्री इंदर सिंह परमार और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल, हाल ही में अलीराजपुर दौरे के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि तीस हज़ार चयनितों का 3 साल का इंतज़ार 30 दिन में खत्म होगा। बेरोज़गारी की विभीषिका झेल रहे हज़ारों बेरोजगारों को सुकून पहुंचने वाली है। वही स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने भी मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि चयनित शिक्षक थोड़ा धैर्य रखें,जल्द ही सरकार पूरा टाइम टेबल जारी करेगी, हालांकि उन्होंने तारीख नही बताई थी।इसी बीच अब खबर मिल रही थी कि चयनित शिक्षकों का इंतजार खत्म मंगलवार को खत्म होने वाला है, लेकिन एक बार फिर भर्ती अटक गई है।
बता दे कि मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षक तीन सालों से नियुक्ति का इंतज़ार कर रहें हैं।स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) के अंतर्गत 17,000 उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पद , 5,670 माध्यमिक शिक्षकों के पद और आदिम जाति कल्याण विभाग के अंतर्गत उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 2,220 एवं माध्यमिक के 5,704 पदों पर शिक्षक भर्ती (Teacher Recruitment 2021) होना है। सभी शिक्षकों का दस्तावेजों का सत्यापन भी हो चुका है और अब सिर्फ नियुक्तियां होना है। देरी के चलते शिक्षकों में आक्रोश बढ़ने लगा है और कई बार वे धरना और प्रदर्शन कर भी विरोध जता चुके है।
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)