ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
भाजपा शहर जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी (BJP district president Kamal Makhijani)का विरोध दिल्ली (delhi)पहुँचने के बाद अब केंद्रीय नेतृत्व एक्शन में दिख रहा है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पांच सदस्यीय टीम गठित कर उसे असंतुष्टों को मनाने की जिम्मेदारी दी है।
ग्वालियर भाजपा के नव नियुक्त जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी का बढ़ता विरोध थमने की जगह और तेज हो गया है। विरोध करने वाले भाजपा नेताओं ने भले ही प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत (State Organization General Minister Suhas Bhagat) पर की गई टिप्पणी और आरोप पर खेद जताते हुए माफ़ी मांग ली हो लेकिन जिला अध्यक्ष का विरोध करने की चेतावनी के बाद केंद्रीय नेतृत्व चिंतित है। पार्टी आला कमान ने इस विवाद को निपटाने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री एवं मुरैना सांसद नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुध्दे और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा शामिल हैं। ये सभी लोग असंतुष्टों से बात करेंगे मामले को सुलझायेंगे।
गौरतलब है कि जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी कि नियुक्ति से एक दिन पहले ही उनका माधौगंज थाने के टी आई से विवाद हुआ था जिसमें कमल के मुँह से गाली निकल गई थी। विवाद के बाद ये ऑडियो वायरल हो गया। बाद में कमल माखीजानी ने टी आई से ये कहते हुए माफ़ी मांग ली कि उन्होंने ये गाली उन्हें नहीं दी थी अपने कार्यकर्ता को दी थी। जिले के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि जिला अध्यक्ष की इस बात से कार्यकर्ता नाराज है उसका कहना है कि हैं माँ बहन की गाली सुनने के लिए नहीं हैं और यदि जिला अध्यक्ष को नहीं बदला गया तो वे उपचनाव में काम नहीं कर पाएंगे। बहरहाल अब देखना ये होगा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की पांच सदस्यीय कमेटी विवाद को कैसे हल करती है।