पिता का फोटो लेकर कमलनाथ के पास जाएंगे दीपक जोशी, बीजेपी में रहने की संभावनाएं लगभग समाप्त!

Dipak Joshi : बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी कमलनाथ का साथ थामने जा रहे हैं। दीपक पिछले काफी लंबे समय से पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज हैं और पार्टी फोरम पर कई बार इसे जाहिर भी कर चुके हैं। इसके बावजूद कोई रिस्पांस नहीं मिलने की वजह से अबे यह कदम उठाने जा रहे हैं।

कांग्रेस का दामन थामेंगे जोशी

बीजेपी के संत की उपाधि से मशहूर रहे स्वर्गीय कैलाश जोशी के पुत्र दीपक जोशी अब कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं। इस बात की पूरी संभावना है कि दीपक देवास से 6 मई को भोपाल आएंगे। वहां से सीधे उस शासकीय निवास पर जाएंगे जो उनके स्वर्गीय पिता को अलाॅट हुआ था और वहां से वह अपने पिता का चित्र लेकर सीधे कमलनाथ के बंगले पर पहुंचेंगे। उसके बाद उनकी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की औपचारिक घोषणा की जाएगी।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।