भोपाल। देश भर में भोपाल लोकसभा सीट चुनावी चर्चा का केंद्र बन गई है। मंगलवार को बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि, उन पर विवादित बयान देने के कारण राजधानी में मामला भी दर्ज हो गया है। लेकिन बीजेपी के जिस कदम से सबको हैरान कर दिया वह है मौजूदा सांसद आलोक संजर का भी डमी उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करना।
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा के साथ वर्तमान सांसद आलोक संजर ने भी अपना नामाकन दाखिल किया है। उनके पर्चा भरने से भोपाल की सियासत गरमा गई है। सूत्रों के मुताबिक, इस बात के कायस लगाए जा रहे हैं कि अंतिम समय में बीजेपी संजर को उम्मीदवार बना सकती है। इसकी पीछे कई तर्क दिए जा रहे हैं। लिकेन असल एक वजह साध्वी पर हाल ही में हुई एफआईआर बताई जा रही है। जिसके कारण उनका नामांकन निरस्त भी किया जा सकता है। बीजेपी इस समय किसी भी तरह का रिस्क लेना नहीं चाहती। इसलिए प्लान बी के तहत पार्टी ने संजर का नामांकन डमी उम्मीदवार के तौर पर करवाया है। अगर चुनाव आयोग अपना फैसला साध्वी के खिलाफ सुनाता है और उनका नामांकन निरस्त करता है तो बीजेपी के पास संजर के तौर पर उम्मीदवार रहेगा। जो कांग्रेस के दिग्विजय सिंह का मुकाबला कर सके। बता दें, संजर का टिकट कटने के बाद से भोपाल में स्थानीय लोगों में उनके प्रति सहानुभूति की लहर चल रही है। अगर ऐसे में संजर को पार्टी मौका देती है तो उनकी जीतने की प्रबल संभावना बन सकती है। वहीं, साध्वी से बीजेपी के कार्यकर्ता भी काफी खफा हैं, वह उनके मुताबिक काम नहीं कर रही हैं। जिससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। वहीं, उच्च स्तर पर भी साध्वी के बयानों को लेकर पार्टी की हाल ही में किरकिरी भी हो चुकी है।