भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सतना की मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी (Narayan Tripathi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendta Modi) को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने सतना जिले के चित्रकूट दरभंगा क्षेत्र को वन्य अभयारण्य घोषित करने की मांग की है। इसके पहले भी वे प्रधानमंत्री को सिद्धा पहाड़ को बचाने के लिए पत्र लिख चुके हैं।
Congress Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस ने बताया उद्देश्य और रूपरेखा, ये होगा यात्रा का प्रारूप
बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी के तेवर हर बार प्रदेश की सरकार के लिए मुसीबत का सबब बन रहे हैं। चार दिन पहले ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था और सतना जिले के सिद्धा पहाड़ में होने वाले उत्खनन को रोकने की मांग की थी। पत्र में उन्होंने लिखा था कि रामायण कालीन सिद्धा पहाड़ भगवान राम की त्रेतायुगीन स्मृतियों को संरक्षित रखने का केंद्र है और वहां पर खनन अनुमति की प्रक्रिया दिया जाना भगवान राम का अपमान है। उन्होंने इस क्षेत्र को खनन मुक्त घोषित करने और चित्रकूट का विकास अयोध्या की तर्ज पर करने की भी मांग की थी। इस पत्र के चलते प्रदेश सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा था और खुद मुख्यमंत्री को इस बात का ट्वीट करना पड़ा था कि सिद्धा पहाड़ में किसी भी तरह के उत्खनन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस बार अपने पत्र में प्रधानमंत्री से त्रिपाठी ने मांग की है कि सतना के चित्रकूट के समीप क्षेत्र में 28 बाघों का वर्तमान में विचरण हो रहा है। यहां बड़ी संख्या में अन्य वन्य जीव पाए जाते हैं। सतना और पन्ना जिले के सघन वन क्षेत्र में जैव विविधता एवं दुर्लभ वन्यजीवों के संरक्षण के लिए इस समूचे वन क्षेत्र को संरक्षित वन घोषित कर अभ्यारण का दर्जा दिया जाना आवश्यक है ताकि उनका संरक्षण व संवर्धन हो सके। पत्र में उन्होंने लिखा है कि ऐसा करने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्षेत्र में अवैध उत्खनन पर भी पूरी तरह लगाम कस सकेगी। हालांकि इस पत्र की प्रति उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (bhupendra yaday) को भी भेजी है।