भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सामाजिक मुद्दों को लेकर सरकार को खरी-खरी सुनाने वाले बीजेपी के मुखर विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बार उनके निशाने पर बिजली विभाग है और बिजली विभाग के द्वारा की जा रही कटौती को लेकर अब उन्होंने दो-दो हाथ करने का मूड बना लिया है।
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सतना के मैहर से बीजेपी विधायक नारायण त्रिपाठी बिजली विभाग से अच्छे खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नाकामियों के कारण पूरे सतना जिले की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है। हालात इतने खराब हैं कि 24 घंटे में महज 2 घंटे बिजली मिल रही है और 22 घंटों की कटौती हो रही है। किसान से लेकर अधिकारी तक सब इस बिजली कटौती की त्रासदी को झेल रहे हैं। ट्रांसफार्मर खराब पड़े हैं लेकिन सुनवाई के नाम पर अधिकारी सुनने को तैयार नहीं। त्रिपाठी का यह भी कहना है कि यदि विद्युत विभाग को कटौती करनी है तो इसे घोषित करना चाहिए, अघोषित कटौती के मायने ही क्या है।
उन्होंने बिजली विभाग पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि अगर बिजली विभाग का यही रवैया रहा तो यह बीजेपी सरकार की लुटिया डुबो देगा। त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि ग्रामीण क्षेत्र में पीने के पानी से लेकर शासकीय कार्यालय और निजी प्रतिष्ठान तक के कार्य ठप पड़े हैं। ग्रामीण थानों में बिजली न होने के कारण शिकायतें तक दर्ज नहीं हो पा रही है। इस पूरे मामले को लेकर वह जल्द ऊर्जा मंत्री से मिलने वाले हैं और 4 सितंबर को पूरे सतना जिले के विद्युत कार्यालयों का घेराव कर बड़े आंदोलन की चेतावनी भी उन्होंने दी है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वह इस आंदोलन में अपना साथ दें और घरों से निकलकर 4 सितंबर को बिजली विभाग के हर कार्यालय पर धरना दे ताकि बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगाम लग सके।