इंदौर।
सोमवार को पूरे प्रदेश में कमलनाथ सरकार के खिलाफ बीजेपी ने किसान आक्रोश आंदोलन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कही भाजपाईयों की पुलिस से झड़प तो कही गिरफ्तारी दी गई। कुछ ऐसा ही नजारा उज्जैन में देखने को मिला। यहां कैलाश विजयवर्गीय की गिरफ्तारी से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस की पायलट गाड़ी में तोड़फोड़ कर दी। इसको लेकर जमकर बवाल हुआ।
दरअसल, उज्जैन के सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं सांसद अनिल फिरोजिया के नेतृत्व में किसान आंदोलन किया गया। तरणताल चौराहे से रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने जाते समय भाजपाईयों को गिरफतार किया गया।बताया जा रहा है कि कोठी पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड्स हटाकर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं का हंगामा बढ़ा तो एडीएम डॉ.आरपी तिवारी ने सभी की सांकेतिक गिरफ्तारी के आदेश दे दिए। इसके बाद विजयवर्गीय सहित सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक डॉ.मोहन यादव, पारस जैन, बहादुरसिंह चौहान को गिरफ्तार करने के लिए वाहनों में बैठाया। तभी कुछ कार्यकर्ता फालोअप वाहन पर चढ़ गए। नारेबाजी करने लगे।इस दौरान ज्यादा दबाव से वाहन को नुकसान पहुंचा है। वाहन की हैडलाइट टूट गई।बाद में दशहरा मैदान में अस्थाई जेल से प्रशासन और पुलिस ने 247 गिरफतार भाजपाईयों को रिहा किया।
ताई की चेतावनी
इंदौर में प्रदर्शन की कमान ताई यानि सुमित्रा महाजन के हाथ में थी।उन्होंने कांग्रेस सरकार को चेतावनी दी कि ऐसे नहीं चलेगा।अधिकारियों से बोलो कि पैसा कमाने का तरीका न निकालें। लोगों के बिजली बिल कम करें।मंत्री और जिम्मेदार लोग भोपाल में बैठकर आदेश ना देकर क्षेत्र में जाएं।किसानों की फसल का मुआवज़ा सरकार दे।