भोपाल। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से पहले तक कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तीखे राजनीतिक हमला करने वाले भाजपा के दो वरिष्ठ नेता प्रभात झा और जयभान सिंह पवैया ने लोकसभा चुनाव में चुप्पी साध ली है। दोनों में किसी भी नेता ने अभी तक सिंधिया के खिलाफ कोई तीखा बयान नहीं दिया है जो वे विधानसभा चुनाव से पहले दिया करते थे। इन नेताओं को डर है कि कहीं पार्टी गुना से सिंधिया के खिलाफ चुनाव मैदान में न उतार दे।
प्रदेश में पार्टी की सरकार रहते प्रभात झा ने सिंधिया पर जमीन घोटाले से लेकर अन्य संगीन आरोप लगाए थे। झा का दावा था कि वे समय आने पर सिंधिया को एक्सपोज करेंगे। इसी तरह शिवराज सरकार में गुना एवं अशोकनगर के प्रभारी मंत्री रहे जयभान सिंह पवैया भी सिंधिया पर तीखा हमला करते थे। आमतौर पर अशोकनगर में सिंधिया समर्थक और भाजपा नेताओं के बीच निर्माण कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण को लेकर विवाद की स्थिति बनती थी। अब जब प्रदेश में सत्ता परिर्वन हो चुका है, ये दोनों नेता सरेंडर हो चुके हैं।
पार्टी में तलाशे जा रहे नेता
दरअसल जयभान सिंह पवैया और प्रभात झा को भाजपा में तलाश जा रहा है। हमेशा सिंधिया पर हमला बोलने वाले ये नेता इन दिनों क्यों शांत हैं। खास बात यह है कि दोनों नेताओं की चुप्पी पर मप्र भाजपा के नेता टिप्पणी करने से बच रहे हैं। एक प्रदेश पदाधिकारी ने सिर्फ इतना बताया कि चुनाव में दोनों नेताओं का पूरा उपयोग किया जाएगा।