उपचुनाव आंकलन: सिंधिया समर्थक सीटें BJP के लिए बनेंगी चुनौती !

ग्वालियर/अतुल सक्सेना। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके समर्थन में पार्टी और विधायकी छोड़ने वाले नेताओं के लिए आने वाला उपचुनाव कड़े संघर्ष वाला होगा, क्योंकि ये तय है कि भाजपा उन्हें टिकट अवश्य देगी लेकिन उन्हें कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों भिड़ना होगा। उन्हें मतदाता को विश्वास दिलाना होगा कि उन्होंने जो किया वो जनता के लिए ही किया। वहीं इससे भी बड़ी चुनौती भाजपा के लिए ये होगी कि वो इन सभी सीटों पर अपने पूर्व प्रत्याशियों को कैसे मनायेगी और कैसे इस बात के लिए राजी करेगी कि कांग्रेस से आने वाले नेताओं के लिए जनता के लिए वोट मांगे।

कमलनाथ सरकार के सत्ता से बेदखल हो जाने के बाद नई सरकार के गठन और उपचुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आने वाले 6 महीनों में प्रदेश की 25 विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होना है। इनमें 22 सीटें वो हैं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद उनके समर्थन में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद खाली हुई हैं। दो सीटें विधायक के निधन से खाली हैं जबकि एक सीट पर अभी असमंजस बना हुआ है, पहले खबर आई थी कि भाजपा विधायक कौल ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन फिर बाद में कौल ने इस्तीफे से इनकार कर दिया।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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