‘विधायक ने फोन पर कहे अपशब्द, नौकरी नहीं कर सकता’, थाना प्रभारी का ट्रांसफर

भोपाल| मध्य प्रदेश के गुना जिले की चाचोड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह इन दिनों सुर्ख़ियों में है, अपनी ही सरकार पर सवाल उठाकर चर्चा में रहने वाले विधायक ने अब एक थाना प्रभारी को फ़ोन पर फटकार लगाई| इसके बाद थाना प्रभारी राम शर्मा ने अपने ट्रांसफर का आवेदन एसपी को दिया। जिसके बाद एसपी ने उनका तबादला कर दिया, शर्मा को चांचौड़ा से स्थानांतरण कर जामनेर थाने का प्रभारी बना दिया। वहीं, चांचौड़ा में जामनेर थाने से टीआई एसएस यादव को भेजा है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर हाल ही में लक्ष्मण सिंह के थाना प्रभारी पर फोन पर नाराज होने का वीडियो वायरल हुआ था| इस वीडियो के वायरल होने के बाद थाना प्रभारी राम शर्मा ने अपने ट्रांसफर का आवेदन एसपी को दिया। इस आवेदन में एसआई शर्मा ने विधायक लक्ष्मण सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि विधायक महोदय ने फोन पर मुझसे अपशब्द कहे, ऐसे माहौल में नौकरी नहीं कर सकता, इसलिए मेरा यहां स्थानांतरण किया जाए। वीडियो में विधायक थाना प्रभारी राम शर्मा से मोबाइल के लाउड स्पीकर पर बात करते दिख रहे हैं। यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि मैं आ रहा हूं और बोर्ड लगा रहा हूं आपके थाने में, थाने को दुकान बना रखा है आप लोगों ने, रोज कुछ न कुछ कर रहे हैं। इनका 11 हजार रुपए वापस कराईए। वीडियो में विधायक कह रहे हैं कि तुम्हारे नीचे सिपाही उसने रुपए लिए हैं।  मामले में प्रधान आरक्षक मान सिंह गुर्जर को एसपी ने शुक्रवार को ही सस्पेंड कर दिया। प्रधान आरक्षक पर आरोप था कि दो पक्षों में राजीनामा कराया और इनसे रुपए ले लिए। 

थाना प्रभारी ने लिखा- विधायक ने अपशब्द कहे, ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकता 

वीडियो वायरल होने के बाद एसआई राम शर्मा ने तबादले के लिए एसपी राहुल कुमार लोढ़ा को आवेदन दिया| इस आवेदन में विधायक लक्ष्मण सिंह के साथ-साथ विधायक प्रतिनिधि सीताराम गुर्जर व नारायण सिंह भील का भी उल्लेख है। आवेदन में श्री शर्मा ने लिखा है कि सीताराम गुर्जर व नारायण सिंह भील ने मुझ थाना प्रभारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर वीडियो डाला गया है। इसमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि मेरे द्वारा भील समाज पर जानबूझकर निरर्थक कार्रवाई की जाती है। थाना क्षेत्र में उक्त समुदाय विशेष द्वारा ही अधिकतम अपराध घटित किये जाते हैं। मुझ थाना प्रभारी द्वारा उक्त समुदाय के लोगों द्वारा घटित अपराध पर बार-बार दबिश देकर लगाम लगाई गई है। आवेदन में थाना प्रभारी ने नारायण सिंह भील पर दलाली का आरोप लगाया है। इन्होंने लिखा है कि नारायण सिंह भील पूर्व में लोगों से पुलिस के नाम पर रुपए ऐंठता था। इस कारण नारायण सिंह को थाने आने से रोका गया, जिससे इसकी दलाली बंद हो गई। सीताराम गुर्जर भी आपराधिक प्रवृत्ति का है। जिस कारण यह दोनों व्यक्ति मेरे खिलाफ झूठी शिकायतें कर रहे हैं।  उन्होंने आगे लिखा कि 15 नवंबर को मुझे मोबाइल पर चाचोड़ा विधायक महोदय लक्ष्मण सिंह का फ़ोन आया और मुझसे अपशब्द कहे गए और कहा गया कि चाचोड़ा पुलिस की दूकान बोर्ड लगा दूंगा| इस कृत्य से मेरी वर्दी और मेरे आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची हैं| मैं ऐसे माहौल में अपनी नौकरी नहीं कर सकता हूँ, मेरे स्थानांतरण करने की कृपया करें|