कोरोना संकटकाल (corona crisis) के बीच चौथी बार मुख्यमंत्री (cm) बनने के बाद पहली बार शिवराज सिंह चौहान ((shivraj singh) ) सोमवार को इंदौर पहुंचे। यहां शिवराज ने कई बड़े ऐलान किए।शिवराज ने कहा है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में छोटे-छोटे काम धंधे करने वाले नागरिक प्रभावित हुए हैं। लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार ऐसे लोगों का स्व-रोजगार फिर से शुरू करायेगी। गली-मोहल्लों में फेरी लगाकर अपना जीवन यापन करने वाले नागरिकों को सरकार अपनी गारंटी पर 10 हजार रुपए तक का लोन देगी, जिसका 7 प्रतिशत ब्याज केंद्र सरकार वहन करेगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए बैंकों से टायअप कर लिया गया है। वही ऐसे छोटे-छोटे काम धंधे करने वाले नागरिकों को संबल योजना(sambal yojna) में भी शामिल कर लिया गया है।
इस दौरान शिवराज ने एमवाय अस्पताल(MY Hospital) परिसर स्थित निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (Super Specialty Hospital) का निरीक्षण किया औऱ कहा कि इस अस्पताल को ‘कोविड हॉस्पिटल’ (Covid Hospital) बनाएंगे। इस अस्पताल का निर्माण कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूरा किया जाये। इस अस्पताल में मुख्य रूप से फर्नीचर और मशीन लगाने का काम बाकी है। सिविल वर्क लगभग पूरा हो गया है। इस अस्पताल में शीघ्र ही चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जायेगी। राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक पद स्वीकृत कर दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि मालवा क्षेत्र की बढ़ती आबादी को देखते हुए इस तरह के सर्वसुविधा सम्पन्न अस्पताल की बहुत जरूरत थी। केन्द्र और राज्य सरकार ने मिलकर अस्पताल को मूर्त रूप दिया है। अस्पताल से इंदौर-उज्जैन संभाग के मरीजों को मुफ्त सेवा का लाभ मिलेगा और कोविड संक्रमण के निदान के बाद सभी बीमारियों का इलाज किया जायेगा।
इंदौर से स्वच्छ के बाद स्वस्थ बनाएंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य मनुष्य की मूलभूत आवश्यकता है। चार सौ बिस्तरों वाले इस अस्पताल के निर्माण में लगभग 360 करोड़ रूपये लागत आयी है। इस अस्पताल में भू-तल और आधार तल को मिलाकर कुल दस मंजिल है। भू-तल पर खून, पेशाब की जाँच, एक्सरे और मस्तिष्क की जाँच के लिये मशीनें लगायी जा रही है। पहली मंजिल से बेड लगाये जाएंगे।उन्होंने कहा की विश्वास और हिम्मत के दम पर फिर से इंदौर दौड़ेगा। कल स्वच्छ बनाया था, अब स्वस्थ्य बनाएंगे। इंदौर, इंदौर जीतेगा इंदौर।कोरोना महामारी के बीच नागरिकों को राहत देते हुए विभिन्न योजनाओं में आज तक 26 हजार करोड़ रुपए उनके बैंक खातों में डाले गए है। इनमें प्रवासी मजदूरों को भी शामिल किया गया है। इतना ही नहीं अब 100 रुपए बिजली के बिल के स्थान पर 50 रुपए और जिनके 400 रुपए बिजली के बिल आते थे, उन्हें सिर्फ 100 रुपए बिजली का बिल भरना होगा।
प्रदेश को 26 करोड का नुकसान, उद्योगों और रोजगार पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल के दौरान पिछले माहों में प्रदेश को 26 हजार करोड़ रूपए के टेक्स का नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के लिये योजनाबद्ध रूप से प्रयास किये जायेंगे। रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिये औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित किया जायेगा। पीथमपुर की दवा इंडस्ट्रीज ने अमेरिका जैसे देश को कोरोना काल में दवाइयों की सप्लाई कर देश का मान बढ़ाया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेजेंटेशन में जब यह बताया गया कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा काम प्रारंभ कर दिया गया है, तब मुझे लगा कि जो सपने देखे थे वह साकार हो रहे हैं। कई बार हमारे कुछ मित्र कहते थे यह निवेश के सम्मेलन करने से क्या होता है। यह प्रेजेंटेशन जबाव है यह बताने के लिए कि प्रयास किए जाएं तो परिणाम आते ही हैं। इंदौर में आईटी सहित अन्य औद्योगिक इकाइयों को लगातार बढ़ते हुए देख रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि लोकल के लिए वोकल हो। मैंने निर्णय लिया है कि हर सोमवार एक घंटा उद्योगों को दूंगा। इस पर सुझाव और चर्चा होगी। इसके अलावा हर सेक्टर के उद्योगपतियों से भी चर्चा करूंगा। यह चर्चा या तो मीटिंग के माध्यम से होगी या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से। श्रमिक कानून में परिवर्तन किया गया है। सिंगल विंडो सिस्टम के कार्य को और सरल बनाएंगे। पहले उद्योगपतियों को 61 रजिस्टर मेंटेन करने पड़ते थे, हमने उसे कम कर 14 किया है और अब तो बस एक रजिस्टर ही संधारित करना पड़ता है।
कैलाश की तारीफ, कांग्रेस पर हमला
सीएम ने कैलाश विजयवर्गीय के साथ संबंधों पर कहा कि हम लोगों के रिश्ते तब से हैं, जब से होश संभाला। कोई कुछ भी कहे, हमारे रिश्तों को नजर नहीं लग सकती। सीएम ने कहा, कांग्रेस विचित्र पार्टी है, पहले जब सिंधिया उन्हें चेता रहे थे कि वादे पूरे करो, तब ध्यान नहीं दिया, अब आरोप लगा रही है। कांग्रेस ने जनता को धोखा दिया, मप्र के सचिवालय को कांग्रेस की सरकार ने दलालों का अड्डा बना दिया।