भोपाल। मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे ज्यादा चर्चा बिजली कटौती को लेकर हो रही है| सोशल मीडिया पर भी बिजली गुल होने को लेकर लोग कांग्रेस सरकार पर तंज कस रहे हैं| वहीं सरकार को बिजली कटौती को लेकर साजिश की आशंका है| सीएम कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में हो रही बिजली कटौती की शिकायतों पर ऊर्जा मंत्री और प्रमुख सचिव उर्जा से एक महीने की रिपोर्ट मांगी है।
सीएम कमलनाथ ने चुनावी समय में प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर बिजली कटौती की शिकायतों पर नाराजगी जाहिर की है| उन्होंने ऊर्जा मंत्री और प्रमुख सचिव उर्जा से एक महीने की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बिजली कंपनियों से जवाब माँगा है कि जब प्रदेश सरप्लस बिजली उपलब्ध है तो फिर कटौती क्यों की जा रही है| इसके पीछे षड्यंत्र तो नहीं इसकी भी जानकारी उन्होंने मांगी है| कटौती क्यों की गई इसका कारण भी बताएं। उन्होंने कहा कि इस बात का भी पता लगाया जाये कि चुनाव के समय ही कटौती की शिकायतों क्यों आ रही है? क्या इसके पीछे कुछ साजिश-षड्यंत्र तो नहीं है? इसकी भी जांच की जाए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ़ोन पर ऊर्जा मंत्री और प्रमुख सचिव ऊर्जा से बात कर कहा है कि बिजली वितरण में किसी भी तरह की लापरवाही और कौताही सहन नहीं होगी| उन्होंने कहा है कि जिम्मेदारी अधिकारियों की जवाबदारी सुनिश्चित की जाए| आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे और कृषि कार्य के लिए हर हाल में 10 घंटे बिजली मिले यह सुनिश्चित किया जाए।