भोपाल। मध्य प्रदेश में लम्बे इन्तजार के बाद सरकार बनाने में सफल हुई कांग्रेस में कौन मंत्री बनेगा इसको लेकर कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के तौर पर कमलनाथ शपथ ले चुके हैं। अब मंत्री मंडल के गठन होना है, जिसको लेकर कमलनाथ सीएम बनने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंच रहे हैं, जहां वो वरिष्ठ नेताओं और कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मंत्री मंडल पर चर्चा करेंगे। इससे पहले कमलनाथ राज्यपाल आनंदी बेन से मिले। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान राज्यपाल ने उन्हें अपनी एक किताब भी भेंट की और मंत्री मंडल गठन की जानकारी दी। संभवतः 25 दिसम्बर से पहले ही मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद सीएम कमलनाथ दिल्ली रवाना हो गए। नये विधायकों को 7 जनवरी को शपथ दिलायी जाएगी। राज्यपाल का अभिभाषण 8 जनवरी को होगा।
मुलाकात के बाद सीएम ने मीडिया से चर्चा में बताया कि 7 जनवरी को नए विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह किया जाएगा। उन्होंने मंत्री मंडल के गठन के सवाल को टाल दिया। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि 25 दिसंबर से पहले मंत्री मंडल भी तय हो जाएगा। राज्यपाल 25 दिसंबर को बाहर जा रही हैं। इसलिए शपथ के लिए 24 दिसंबर की तारीख तय हो सकती है। सीएम कमलनाथ राज्यपाल से मिलने के बाद दिल्ली रवाना हो गए हैं। 8 जनवरी से विधानसभा का सत्र प्रारंभ होगा। वहीं मंत्रिमंडल का आकार अभी सीमित रहेगा। कमलनाथ मंत्रिमंडल में 20-22 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है|
नए विधायक नहीं बनेंगे मंत्री
सूत्रों के मुताबिक सीएम नाथ संभावित मंत्रियों की लिस्ट लेकर दिल्ली पहुंच रहे है। दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंत्री मंडल पर चर्चा होगी। वह संभावित मंत्री पद के दावेदारों को लिस्ट भी उन्होंने सौंपेंगे। जिस पर फायनल मोहर राहुल लगाएंगे। कमलनाथ ने यह भी साफ कर दिया है कि पहली बार विधायक बने नेताओं को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। वहीं, बसपा और सपा के विधायकों के नाम कैबिनेट मंत्री की रेस में शामिल होने पर भी संशय है। सीएम ने कहा कि सपा-बसपा के नेताओं ने गठबंधन के समय ऐसी कोई शर्त उनके सामने नहीं रखी थी। मंत्रिमंडल में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बिठाने के साथ कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों का भी ध्यान दिया जाएगा। मंत्रियों के रूप में पहली सूची में वरिष्ठ विधायकों को शामिल किए जाने पर सहमति बनी है।
यह बन सकते हैं मंत्री
जानकारी के मुताबिक मंत्रिपरिषद् में गुटों को साधने के अलावा क्षेत्र को साधने की भी कोशिश होगी। सूत्र बताते हैं कि कमलनाथ मंत्रिमंडल में डॉ. गोविंद सिंह, केपी सिंह, सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, आरिफ अकील, बाला बच्चन, बिसाहूलाल सिंह, इमरती देवी, तुलसीराम सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, हुकुमसिंह कराड़ा, नर्मदाप्रसाद प्रजापति जैसे अनुभवी तो जीतू पटवारी, हिना कांवरे, प्रियव्रत सिंह, उमंग सिंघार, तरुण भनोत, संजय शर्मा, सुखदेव पांसे, कमलेश्वर पटेल, सचिन यादव जैसे युवा विधायकों को मौका मिल सकता है। वहीं, निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल गुड्डा व ठा. सुरेंद्र सिंह शेरा भैया भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।