भोपाल। मध्य प्रदेश में संगठित माफियाओं के खिलाफ कमलनाथ सरकार ने मोर्चा खोल दिया है। इंदौर-ग्वालियर के बाद अब राजधानी में भी सरकार ने टोल कंपनी पर बड़ी कार्रवाई की। यही नहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उन्होंने बैठक में माफियाओं से सख्ती के साथ निपटने के लिए कहा है। यही नहीं प्रदेश में संगठित अपराधों से निपटने के लिए कानून बनाया जाएगा। सीएम ने सभी संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं।
कमलनाथ की अधिकारियों को दो टूक।” अपराध खत्म होना आपके प्रमाण पत्र से नहीं बल्कि जनता के प्रमाण पत्र से मानूंगा। भोपाल में एक मुख्य सेंटर बनेगा जो भोपाल जबलपुर इंदौर और ग्वालियर में संगठित अपराधों पर नियंत्रण रखने का काम करेगा।” मुख्यमंत्री सीधे पूरे मामले की मॉनिटरिंग करेंगे
सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी जिले में माफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाई जाए। हर प्रकार के माफिया चाहे वह भूमाफिया हो, वसूली करने वाले हो, ट्रांसपोर्टरों, कर्ज वसूलने वाले हो ,सभी के खिलाफ मुहिम चलाई जाए। माफियाओं को संरक्षण देने वाले अधिकारियों को चिन्हित करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि सहकारिता के नाम पर प्रदेश में सबसे बड़ा माफिया चल रहा है जिसके खिलाफ तेज़ मुहिम चलाई जाए।